आजमगढ़ जिले में 28 बूथों पर एक साथ वैक्सीनेशन शुरू, टीकाकरण के लिए स्वास्थ्यकर्मियों का दायरा बढ़ा
28 बूथों पर गुरुवार सुबह नौ बजे कोविड-19 रोधी टीकाकरण एक साथ शुरू हुआ। अपर निदेशक मोहिबुल्लाह मंडलीय अस्पताल में सुबह साढ़े आठ बजे ही पहुंच गए थे। ठीक नौ बजते ही स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाने का क्रम शुरू हाे गया जिसमें पहला टीका अपर निदेशक को लगाया गया।
आजमगढ़, जेएनएन। जिले में 28 बूथों पर गुरुवार की सुबह नौ बजे कोविड-19 रोधी टीकाकरण एक साथ शुरू हुआ। अपर निदेशक मोहिबुल्लाह मंडलीय अस्पताल में सुबह साढ़े आठ बजे ही पहुंच गए थे। ठीक नौ बजते ही स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाने का क्रम शुरू हाे गया, जिसमें पहला टीका अपर निदेशक को लगाया गया। इसके साथ पूरे जिले में 15 स्थानों पर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम मुताबिक स्वास्थ्यकर्मियों को टीके लगाए जाने लगे। टीकाकरण शुरू होने के बाद भी चिकित्सक, स्वास्थ्यकर्मी दो गज की दूरी, सैनिटाइजेशन, मास्क इत्यादि गाइडलाइन का पालन करते दिखे।
बिलरियागंज प्रतिनिधि के अनुसार-सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर प्रभारी वीके गौतम की देखरेख में टीकाकरण शुरू हुआ। यहां स्वास्थ्यकर्मियों के बाद आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताआें को टीके लगाए गए। सीएचसी अधीक्षक ने बताया कि दूसरे में चरण में प्रत्येक बूथ पर 100 लोगों को टीके लगाए जाने हैं। किसी को कहीं कोई परेशानी न होने पाए, इसके लिए एक दिन पूर्व ही सारी तैयारियां कर लगी गई थीं। उधर राजकीय मेडिकल कालेज में भी सुबह नौ बजे तीन बूथ अस्तित्व में आ गए थे।
नोडल अधिकारी डा. दीपक पांडेय के नेतृत्व में टीकाकरण शुरू हुआ। प्रधानाचार्य डा. आरपी शर्मा खुद मौके पर मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि देश में बना कोविशील्ड टीका पूर्णतया सुरक्षित है। इसी का नतीजा है कि पहले चरण में टीकाकरण का एक भी साइड इफेक्ट सामने नहीं आया। उनकी कई लोगों से बातचीत हुई, सभी ने बेहतर महसूस करने की बात कही है। अतरौलिया स्वास्थ्य केंद्र पर डा. अवधेश को पहला वैक्सीन लगाया गया। सीएमओ डा. एके मिश्रा ने बताया कि जिले में कोविशील्ड वैक्सीन स्वास्थ्यकर्मियों को लगाया जा रहा है। वह खुद सठियांव स्थिति अस्पताल में मौजूद रहे। इस बार आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी समाहित किया गया है। जिले में 15 केंद्रों पर 28 बूथ बनाए गए हैं।