कोरोना वैक्सीन : एक मोबाइल नंबर से छह लोगों का टीकाकरण, कोविन पोर्टल में हुआ बदलाव
corona vaccine कोविन पोर्टल में बदलाव किया गया है। एक मोबाइल नंबर से अब छह लोग टीकाकरण करवा सकते हैं। छूटे हुए लोगों को चिह्नित कर उनका टीकाकरण कराया जा रहा है। पहले एक नंबर से अधिकतम चार लोग ही टीका लगवा सकते थे।
चंदौली, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण काल में शत-प्रतिशत लोगों को कोरोनारोधी वैक्सीन लगवाकर प्रतिरक्षित करने में शासन-प्रशासन जुटा है। इसके लिए नियमों में बदलाव कर और सुविधाजनक बनाया जा रहा है। अब एक मोबाइल नंबर से छह लोग कोरोनारोधी टीका लगवा सकते हैं। इसको लेकर कोविन पोर्टल पर व्यवस्था की गई है। पहले एक नंबर से अधिकतम चार लोग ही टीका लगवा सकते थे।
कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। आए दिन नए मरीज सामने आ रहे हैं। इसके अनुपात में तेजी से लोग स्वस्थ भी हो रहे हैं। वैक्सीन लगवाने वालों पर संक्रमण का असर घातक नहीं हो रहा है। इसलिए शासन-प्रशासन का पूरा जोर वैक्सीनेशन पर है। इसको लेकर नियमों में भी बदलाव किया जा रहा है। बूथों पर बिना पंजीकरण वाले लोगों को भी टीका लग रहा है। वहीं एक मोबाइल से अधिकतम छह लोगों के वैक्सीनेशन की छूट दी गई है, ताकि मोबाइल के अभाव में टीकाकरण के कोई वंचित न रहने पाए। दरअसल टीकाकरण के लिए पंजीकरण व सफलतापूर्वक टीकाकरण होने का मैसेज मोबाइल नंबर पर ही भेजा जाता है। इसलिए टीका लगवाने के लिए लाभार्थी के पास मोबाइल होना जरूरी है। प्रक्रिया को और लचीला करते हुए शासन ने अब एक मोबाइल नंबर से छह लोगों के टीकाकरण की छूट दे दी है।
100 फीसद से अधिक लोगों को लगी पहली डोज
जिले में 100 फीसद से अधिक लोगों को कोरोनारोधी वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है। इसके अलावा छूटे हुए लोगों को पहली डोज लगवाई जा रही है। छूटे हुए लोगों को चिह्नित करने के लिए डोर-टू-डोर अभियान चलाया जा रहा है। वहीं 65 फीसद से अधिक लोगों को दूसरी डोज लग चुकी है।
किशोरों के टीकाकरण पर जोर
15 साल से अधिक आयु वाले किशोरों के टीकाकरण पर भी जोर दिया जा रहा है। इसके लिए बूथों पर अलग से व्यवस्था की गई है। वहीं स्कूल, कालेज में भी मोबाइल बूथ बनाकर वैक्सीन लगवाई जा रही है। जिले में 1.40 लाख किशोरों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है। इसमें लगभग 50 फीसद को डोज लग चुकी है।
कोविन पोर्टल में बदलाव किया गया है
कोविन पोर्टल में बदलाव किया गया है। एक मोबाइल नंबर से अब छह लोग टीकाकरण करवा सकते हैं। छूटे हुए लोगों को चिह्नित कर उनका टीकाकरण कराया जा रहा है।
-डाक्टर आरबी शरण, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी