कोरोना संक्रमण कम होने के साथ उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम से अनुबंधित बसें चलाने की तैयारी
कोरोना संक्रमण कम होने के साथ उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम से अनुबंधित बस संचालकों ने पूर्ववत बसों के चलाने पर सहमति जताई है। परिवहन निगम प्रशासन ने अनुबंधित बस मालिकों से पत्राचार बसों के चलाने के बारे में राय मांगी थी।
वाराणसी, जेएनएन। कोरोना संक्रमण कम होने के साथ उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम से अनुबंधित बस संचालकों ने पूर्ववत बसों के चलाने पर सहमति जताई है। परिवहन निगम प्रशासन ने अनुबंधित बस मालिकों से पत्राचार बसों के चलाने के बारे में राय मांगी थी। बस मालिकों का कहना है कि कोरोना संक्रमण कम होने और यात्रियों को मिलने पर हमें बस चलाने में कोई दिक्कत नहीं है। परिवहन निगम ने बस मालिकों को अपनी बसें दुरुस्त कराने का निर्देश दिया है जिससे संचालन के दौरान कोई दिक्कत नहीं हो।
परिवहन निगम की बसों के अलावा वाराणसी से प्रयागराज, विंध्याचल, शाहगंज, बलिया, आजमगढ़, अंबेड़कर व फैजाबाद तक अनुबंधित बसें भी चलती हैं। कोरोना संक्रमण बढ़ने के साथ सरकारी के साथ प्राइवेट बसों का संचालन बंद हो गया था। पिछले दिनों प्राइवेट बस मालिकों ने बैठक कर प्रमुख सचिव परिवहन को पत्र लिखकर कोरोना संक्रमण के दौरान के सभी टैक्स माफ करने की मांग की थी। उन्होंने पहली बार कोरोना संक्रमण होने पर दो माह का टैक्स माफ करने का हवाला दिया था। साथ में यह भी कहा है कि दो माह टैक्स माफ होने से बस मालिकों को कोई अधिक फायदा नहीं है। कम से कम दिसंबर तक बसों का टैक्स माफ किया जाए। बसों के संचालन नहीं होने से उनके सामने आर्थिक संकट पैदा हो गया है। बैंक से फाइनेंस बसों का ब्याज भी अधिक हो गया है। उत्तर प्रदेश अनुबंधित बस ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज कुमार गुप्ता का कहना है कि कोरोना संक्रमण कम होने और यात्रियों के मिलने पर हमें बसें चलाने में कोई दिक्कत नहीं है। परिवहन निगम की अनुमति मिलते ही हम अपनी बसों का संचालन शुरू कर देंगे।