गोदौलिया से दशाश्वमेध घाट तक जाने वाली सड़क उखाडऩे व सीवर ध्वस्त होने से नाराज व्यापारियों का हंगामा
गोदौलिया से दशाश्वमेध घाट जाने वाले मार्ग पर निर्माण निगम द्वारा सड़क उखाड़ दिए जाने और सीवर ओवरफ्लो करने से नाराज व्यापारियों ने जमकर हंगामा किया।
वाराणसी, जेएनएन। गोदौलिया से दशाश्वमेध घाट जाने वाले मार्ग पर निर्माण निगम द्वारा सड़क उखाड़ दिए जाने और सीवर ओवरफ्लो करने से नाराज व्यापारियों ने जमकर हंगामा किया। व्यापारियों ने बिजली विभाग और नगर निगम के अधिकारियों का किया घेराव कर विरोध जताया। अधिकारियों ने समस्या से जल्द राहत दिलाने का आश्वासन दिया। व्यापारियों ने आरोप लगाया कि निर्माण निगम द्वारा जानबूझकर उन्हें और आसपास के लोगों को परेशान किया जा रहा है। उनका कहा था कि पर्यटन राज्य मंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी के आश्वासन के बावजूद सड़क को दोनों ओर से खोद दिया गया। साथ ही मार्ग पर सीवर ओवरफ्लो करने से स्थिति और नारकीय हो गई है।
शुक्रवार को मौनी अमावस्या का स्नान करने इसी रास्ते से होकर जाएंगे। मार्ग पर सीवर ओवरफ्लो करने से पैदल आने जाने वाले लोगों को भी काफी दिक्कत हो रही है। शहर का सबसे वीआइपी मार्ग होने के साथ ही यह सबसे व्यस्ततम मार्ग भी है। इसके बावजूद निर्माण निगम के अधिकारियों द्वारा इसमें लगातार लापरवाही बरती जा रही है। इस मार्ग से होकर हजारों लोग प्रतिदिन आवागमन करते हैं। इस बीच पिछले एक सप्ताह से सीवर लाइन के ओवरफ्लो करने से लोगों की परेशानी और बढ़ गई है। इस मौके पर सुशील मोहनानी, ओमप्रकाश सेवारामानी, मन्नू जसवानी, दीपक वासवानी, लक्ष्मण खानचंदनी, महेश पोद्दार, विनय यादव आदि व्यापारी उपस्थित रहे ।
उधर, महानगर उद्योग व्यापार समिति वाराणसी के पदाधिकारी अध्यक्ष प्रेम मिश्रा, सरंक्षक श्रीनारायण खेमका और महामंत्री अशोक जायसवाल ने जिलाधिकारी श्री कौशल शर्मा जी से मुलाकात करके उन्हें गोदौलिया दशाश्वमेध के क्षतिग्रस्त मार्ग की स्थिति से अवगत कराया।
इस बारे में जलकल के अधिशासी अभियंता महेश चंद्र आजाद ने कहा कि जल निगम द्वारा गिरजाघर से बेनिया तक शाही नाले की मरम्मत के लिए लाइन को ब्लाक किया गया था। अब खोलने के बावजूद सिल्ट अधिक होने ओवरफ्लो की समस्या बनी है। इसे जल्द ही दूर कर लिया जाएगा। राजकीय निर्माण निगम के अवर अभियंता जीतेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि दोनों ओर की सड़क को लेवल मिलाने के लिए खोदा गया है। पहले दोनों ओर की सड़क के लेवल में अंतर आ गया था। इसे देखते हुए ऐसा करना पड़ा। सड़क के लेवल करने का काम जल्द पूरा किया जाएगा