तैयारी : 18 मार्च को काशी में राजस्व की समीक्षा करेंगे यूपीपीसीएल के चेयरमैन
वाराणसी में यूपीपीसीएल (उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड) के चेयरमैन आलोक कुमार पूर्वाचल के विद्युत अधिकारियों की पेंच कसेंगे।
वाराणसी, जेएनएन। यूपीपीसीएल (उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड) के चेयरमैन आलोक कुमार पूर्वाचल के विद्युत अधिकारियों की पेंच कसेंगे। वे काशी में 18 मार्च को आ रहे हैं। यहां पर वे राजस्व की समीक्षा करेंगे। बेहतर कार्य करने वालों को जहां वे प्रोत्साहित करेंगे वहीं शिथिलता बरतने वालों की नकेल भी कसेंगे। इसको लेकर अधिकारियों दस्तावेज को दुरुस्त करने में जुट गए हैं। मालूम हो कि कारपोरेशन ने पिछले माह पूर्वाचल के करीब सवा सौ इंजीनियरों पर कार्रवाई की थी। साथ ही राजस्व वसूली एवं उपभोक्ताओं के प्रति बेहतर कार्य करने वालों की जिम्मेदारी भी बढ़ाई गई थी। मार्च क्लोजिंग को लेकर दिए गए लक्ष्य की प्राप्ति हो इसके लिए अधिकारी बैठक कर रहे हैं। पूर्वाचल के 21 जिलों में करीब 80 लाख उपभोक्ता हैं। इसमें करीब 66 लाख ग्रामीण एवं लगभग 14 लाख शहरी उपभोक्ता हैं। वाराणसी शहर दो मंडलों में हैं। प्रथम मंडल में लगभग 1.60 लाख और द्वितीय मंडल में 1.56 लाख उपभोक्ता हैं। वहीं चेयरमैन के कार्यक्रम को लेकर अधिकारी लेखा-जोखा तैयार करने में लगे हुए हैं। हालांकि विगत कुछ वर्षो में वाराणसी सहित पूरे पूर्वाचल में बिजली चोरी रुकी है और सरकारी खजाने में वृद्धि हुई है। निगम के प्रबंध निदेशक गोविंद राजू एनएस ने बताया कि 18 मार्च को चेयरमैन की बैठक प्रस्तावित है। इसको लेकर सभी खंडों के अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी गई है। ध्वस्त हुई स्मार्ट मीटर व्यवस्था :
शहर में उपभोक्ताओं के राहत प्रदान करने के लिए लागू की स्मार्ट व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई है। स्मार्ट मीटर लगाने वाली कंपनी का सर्वर ठीक से काम नहीं करने से बिजली का बिल गलत आने की बहुत शिकायत आ रही थी। अधिशासी अभियंता (मीटर) पीके रस्तोगी ने बताया कि बिल सही नहीं आने के कारण फिलहाल स्मार्ट मीटर से बिलिंग पर निगम ने रोक लगा दी है। बताया कि जल्द ही इसको दुरूस्त कर लिया जाएगा।