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वाराणसी के 60 फीडरों पर 15 फीसद से अधिक लाइनलॉस, यूपी पावर कारपोरेशन के चेयरमैन ने नाराजगी जताई

वाराणसी के 60 फीडरों को चिन्हित किया हैं जहां लाइनलॉस अधिक है। इसके लिए विशेष टीम गठित की गई है जिसमें विजिलेंस के भी अधिकारी शामिल हैं।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Sat, 22 Aug 2020 07:10 AM (IST)Updated: Sat, 22 Aug 2020 04:59 PM (IST)
वाराणसी के 60 फीडरों पर 15 फीसद से अधिक लाइनलॉस, यूपी पावर कारपोरेशन के चेयरमैन ने नाराजगी जताई
वाराणसी के 60 फीडरों पर 15 फीसद से अधिक लाइनलॉस, यूपी पावर कारपोरेशन के चेयरमैन ने नाराजगी जताई

वाराणसी, जेएनएन। कुछ लोगों को मुफ्त में बिजली बांटने, बिजली चोरी एवं समय से बिजली बिल भुगतान नहीं होने के कारण जिले में एटीएंडसी (एग्रीगेट टेक्निकल एंड कॉमर्शियल लॉस) कम नहीं हो रहा है। इसका खामियाजा ईमानदार उपभोक्ताओं को हर साल विद्युत दर में बढ़ोत्तरी, लोकल फाल्ट एवं लो-वोल्टेज की मार झेलनी पड़ रही है। इसे लेकर पिछले दिनों आयोजित वीडियो कांफ्रेंसिंग में उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के चेयरमैन ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा है कि लाइन लॉस हर हाल में 15 फीसद तक लाया जाए। इसके लिए जिले के 60 फीडरों को चिन्हित किया हैं, जहां लाइनलॉस अधिक है। इसके लिए विशेष टीम गठित की गई है, जिसमें विजिलेंस के भी अधिकारी शामिल हैं। इसके तहत 30 फीडर विभाग को तो 30 फीडरों की गहन चेङ्क्षकग का जिम्मा विजिलेंस टीम को दिया गया है।

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जिले में तीन सर्किल नगरीय विद्युत वितरण मंडल प्रथम, द्वितीय एवं ग्रामीण है। सबसे खराब स्थिति ग्रामीण क्षेत्र की है। वहां पर सबसे अधिक एटीएंडसी है। ऊर्जा मंत्री ने एटीएंडसी को हरहाल में 15 फीसद तक ले आने के निर्देश दिए हैं। जिले में कई ऐसे फीडर हैं जहां पर एटीएंडसी लॉस 91 फीसद तक है। हालांकि इसका कारण सिर्फ बिजली चोरी करने वाले ही नहीं बल्कि समय बिल का भुगतान नहीं करने वाले हैं। साथ सबसे अधिक समस्या उन लोगों के कारण गहराई हैं जो मुफ्त में बिजली का उपभोग कर रहे हैं। चाहे वह किसी योजना के तहत या फिर से स्वत: ही बेईमानी कर के। हालांकि अब कारपोरेशन ने हर जिलों को अधिक एनटीएंडसी लॉस वाले 60-60 फीडरों की सूची पकड़ा दी है और कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए गए हैं। बताया जा रहा है कि जिले में 30 हजार से ऐसे डिफाल्टरों की भी कुंडली तैयारी की गई हैं जिनपर कार्रवाई होनी है। अकेले नगरीय विद्युत वितरण मंडल प्रथम में ही 2100 से अधिक ऐसे उपभोक्ता हैं जिनका लोड पांच किलोवाट से अधिक हैं और उनका बकाया है। इसके साथ ही 5500 से अधिक 10 किलोवाट से अधिक वाले डिफाल्टर हैं। करीब 85 लाख रुपये की वसूली की जा चुकी है। वहीं 750 से अधिक मीटर में गड़बड़ी पाई गई थी, जिसमें से 82 को बदल दिया गया है। मुख्य अभियंता वितरण मनोज कुमार अग्रवाल ने बताया कि जितने भी बकाएदार हैं या बिजली चोरी कर रहे हैं अभियान चलाकर उनपर कार्रवाई की जाएगी।

44 विद्युत उपकेंद्र हैं 33 केवी के शहर में

213 फीडर हैं 11 केवी के शहर में

40 फीडरों को चिन्हित किया है अधिक एटीएंडीसी लॉस वाले शहर


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