यूपी चुनाव 2022 : सपा ने 22 प्रत्याशियों में नौ यादव व चार मुस्लिम,अतिपिछड़ों और दलितों पर भी जताया विश्वास
UP Vidhan Sabha Chunav 2022 समाजवादी पार्टी ने पूर्वांचल के आठ जिलों की 48 में से 22 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर चुनावी माहौल में गरमाहट भर दी। इसमें समीकरणों को साधते हुए नौ यादव चार मुस्लिम के साथ ही अतिपिछड़ों व दलितों को भी विश्वास जताया है।
वाराणसी, जागरण संवाददाता : समाजवादी पार्टी ने गुरुवार को पूर्वांचल के आठ जिलों की 48 में से 22 सीटों पर अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर चुनावी माहौल में गरमाहट भर दी। इसमें समीकरणों को साधते हुए नौ यादव, चार मुस्लिम के साथ ही अतिपिछड़ों व दलितों को भी विश्वास जताया है। टिकट में पार्टी के पुराने नेताओं को तवज्जो देेने के साथ हाल ही में जुड़े नए चेहरों को भी भरपूर सम्मान दिया गया है। हाल ही में भाजपा छोड़ कर आए मंत्री दारा सिंह चौहान को उनकी अपनी सीट मऊ के घोसी से टिकट मिला है।
बसपा के कद्दावर नेता रहे सुखदेव राजभर के पुत्र कमलाकांत राजभर को आजमगढ़ के दीदारगंज से प्रत्याशी बनाया गया है। सुखदेव राजभर इसी सीट से विधायक थे। उन्होंने मौत से पहले सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष को पत्र लिख कर अपने पुत्र को उनके संरक्षण में दिया था। पिछले लोकसभा चुनाव के बाद सपा में वापस आए चार बार सांसद व इतनी ही बार विधायक रहे रमाकांत यादव को फूलपुर पवई से टिकट की घोषणा की गई है। इस सीट पर रमाकांत के पुत्र अरुण यादव भाजपा से विधायक हैैं। यदि भाजपा उन्हें फिर से टिकट देती है तो यहां मुकाबला रोचक होगा।
खास यह कि वाराणसी, आजमगढ़ व मीरजापुर मंडल की इन प्रमुख सीटों पर जारी प्रत्याशी सूची को देखते हुए यह आकलन किया जा रहा है कि सपा ने इसमें खास रणनीति अपनाई है। इसके तहत वाराणसी-मीरजापुर जिले की सभी 13 सीटों को अभी अलग रखा है। सातवें चरण के चुनाव वाले बलिया में घोषित तीन सीटों में बांसडीह से सीटिंग विधायक व नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी को मैदान में उतारा है तो फेफना से एक बार फिर संग्राम सिंह व सिकंदरपुर से पूर्व मंत्री जियाउद्दीन रिजवी पर विश्वास जताया है।
आजमगढ़ की दस में से सात सीटों के घोषित प्रत्याशियों में चार सीटिंग विधायक हैैं। इसमें पार्टी के कद्दावर नेता बलराम सिंह यादव के पुत्र डा. संग्राम यादव को अतरौलिया, आठ बार से ïिवधायक दुर्गा प्रसाद यादव को आजमगढ़, नफीस अहमद को गोपालपुर व आलमबदी निजामाबाद से फिर चुनाव लड़ेंगे। वहीं लालगंज सुरक्षित से पूर्व विधायक बेचई सरोज को टिकट दिया गया है।
इसके अलावा जौनपुर की नौ सीटों में से घोषित चार में शाहगंज व मल्हनी से सीटिंग विधायक क्रमश: शैलेन्द्र यादव ललई व लकी यादव को एक बार फिर टिकट मिला है। ललई चार बार से विधायक हैैं तो लकी छह बार विधायक व दो बार सांसद रहे कद्दावर नेता पारसनाथ यादव के पुत्र हैैं। बदलापुर से पूर्व विधायक ओमप्रकाश दुबे और केराकत सुरक्षित सीट से तीन बार सांसद रहे तूफानी सरोज मैदान में हैैं।
गाजीपुर की सात में से दो सीटों पर जारी प्रत्याशियों की सूची में पारिवारिक सीट जंगीपुर से सीटिंग विधायक डा. विरेंद्र यादव तो हैैं ही पिछले चुनाव में तीसरे नंबर पर रहे पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह पर पार्टी ने जमानियां से दांव लगाया है। हालांकि छात्र राजनीति से आगे बढ़े ओमप्रकाश छह बार विधायक रह चुके हैैं।
चार विस क्षेत्रों वाले सोनभद्र की तीन सीटों में राबर्ट्सगंज से पूर्व विधायक अविनाश कुशवाहा तीसरी बार मैदान में होंगे। पिछली बार बसपा से चुनाव लड़े सात बार के विधायक पूर्व मंत्री विजय सिंह गौड़ दुद्धी सुरक्षित सीट तो जिला पंचायत सदस्य सुनील सिंह गौड़ अब की ओबरा सुरक्षित सीट से पहली बार प्रत्याशी बनाए गए हैैं।
चंदौली जिले की चार सीटों में से सिर्फ सकलडीहा से प्रत्याशी घोषित करने में सपा ने निष्ठा का ख्याल रखते हुए सीटिंग विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव को छठीं बार टिकट दिया है।
भदोही में भी तीन विस क्षेत्रों में से सिर्फ भदोही सीट पर प्रत्याशी घोषित किया गया है। यहां भी पार्टी ने जाहिद बेग को पांचवीं बार प्रत्याशी बनाया है।