यूपी विधानसभा चुनाव 2022 : पूर्वांचल में महिला मतदाताओं की संख्या आधी आबादी से कम, पर मतदान प्रतिशत पुरुषों से ज्यादा
UP Vidhan Sabha Chunav 2022 पिछले चुनाव में वाराणसी मीरजापुर आजमगढ़ गाजीपुर चंदौली मऊ और सोनभद्र जिलों में महिला मतदाताओं ने खुद को जागरूक साबित करने की कोशिश की और पुरुषों से आगे रहीं। गाजीपुर में तो महिलाओं ने पुरुषों की तुलना में नौ फीसद अधिक मतदान किया।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। 'का चाची... अबकी वोट देवे जइबू न... मुंशी प्रेमचंद के गांव लमही के मुख्य प्रवेश द्वार पर फल का ठेला लगाने वाली लीलावती देवी इस सवाल पर बड़े गौर से आंखों में झांकती हैैं। एकबारगी लगा जैसे कोई अजीब सवाल पूछ दिया। फिर कुछ क्षण के लिए गंभीर हुए चेहरे की लकीरों का तनाव कम करते हुए कहती हैैं, ' काहें न जाब बाबू...! हर बारै जाइला बोट देवे। आखिर अइसहीं सब जने अलसइहन त बोटवा के देई अउर बोट न पड़ी त देस कइसे चली...। जीवन के साठ बसंत देक चुकीं लीलावती ने कितनी सहजता से इतनी बड़ी बात कह दी कि आप सोचते ही रह जाएं। कितना बड़ा सच है यह- 'बोट न पड़ी त देस कइसे चली...।Ó थोड़ी राहत देने वाली बात यह है कि कुछ साल पहले होने वाले चुनावों की तुलना में महिलाओं का मतदान प्रतिशत पूर्वांचल में बढ़ा है। पिछले चुनावों के आंकड़ों का विश्लेषण करती अनुपम निशान्त की रिपोर्ट...।
'निर्धन जनता का शोषण है
कहकर आप हंसे
लोकतंत्र का अंतिम क्षण है
कहकर आप हंसे
चारों ओर बड़ी लाचारी कहकर आप हंसे...
वरिष्ठ पत्रकार व कवि रघुवीर सहाय की कविता 'आपकी हंसी की ये पंक्तियां कुछ दशक पहले तक के लोकतंत्र और मतदाताओं के मन को बखूबी रेखांकित करती हैैं। समय की पतंग हवा के साथ-साथ उड़ती रही और लोकतंत्र के स्वरूप में भी भव्यता आती गई। अब कोई अपवाद ही होगा जो लाचारी कहकर हंसता हो। अब विचार-व्यवहार का स्तर समाज में बढ़ा है। वजह, मतदाता जागरूक हुए। खासतौर पर घूंघट की ओट में घर की चौखटों-दीवारों को ही समूचा जीवन समझने की सोच महिलाओं ने बदली। आगे आईं और लोकतंत्र में हिस्सेदारी निभाई। जब-जब महिलाओं ने ज्यादा भागीदारी दिखाई तो सत्ता संग्राम की तस्वीर बदल गई। महिला मतदाताओं की ताकत ने सत्ता के शीर्ष पर बैठने वाले चेहरे तक बदल दिए। पूर्वांचल में भी 2012 की तुलना में 2017 में लगभग सभी 61 सीटों पर महिलाओं का मतदान फीसद बढ़ा तो सत्ता परिवर्तन हुआ।
पिछले चुनाव में वाराणसी, मीरजापुर, आजमगढ़, गाजीपुर, चंदौली, मऊ और सोनभद्र जिलों में महिला मतदाताओं ने खुद को जागरूक साबित करने की कोशिश की और पुरुषों से आगे रहीं। गाजीपुर में तो महिलाओं ने पुरुषों की तुलना में नौ फीसद अधिक मतदान किया। हालांकि बलिया, भदोही और जौनपुर में पुरुष मतदाता महिलाओं से ज्यादा जागरूक दिखे।
46.67 फीसद महिला वोटरों की आबादी है पूर्वांचल के कुल मतदाताओं की तुलना में
पूर्वांचल के कुल मतदाता - 2,30,20,325
कुल महिला मतदाता - 1,07,45,739
- 99,39,654 महिला मतदाता थीं पूर्वांचल में 2017 के चुनाव में
- 8,06,085 महिला मतदाताओं का इजाफा हुआ पिछले चुनाव की तुलना में
- 16,70,525 - महिला मतदाता पूर्वांचल में सर्वाधिक जौनपुर में
- 6,49,987 - महिला मतदाता पूर्वांचल में सबसे कम सोनभद्र में हैं
पूर्वांचल में पिछले चुनावों में महिला-पुरुष मतदान
वाराणसी
2017 में महिलाओं का मतदान प्रतिशत - 62.47
2017 में पुरुषों का मतदान प्रतिशत -60.95
चंदौली
2017 में महिलाओं का मतदान प्रतिशत - 65.17
2017 में पुरुषों का मतदान प्रतिशत - 61.23
जौनपुर
2017 में महिलाओं का मतदान प्रतिशत - 58.09 फीसद
2017 में पुरुषों का मतदान प्रतिशत - 59.83 फीसद
गाजीपुर
2017 में महिलाओं का मतदान प्रतिशत-64.51
2017 में पुरुषों का मतदान प्रतिशत -55.84
मीरजापुर
2017 में महिलाओं का मतदान प्रतिशत - 64.92
2017 में पुरुषों का मतदान प्रतिशत - 61.03
सोनभद्र
2017 में महिलाओं का मतदान प्रतिशत - 63.01
2017 में पुरुषों का मतदान प्रतिशत - 59.74
भदोही
2017 में महिलाओं का मतदान प्रतिशत - 52.90
2017 में पुरुषों का मतदान प्रतिशत - 59.63
मऊ
2017 में महिलाओं का मतदान प्रतिशत - 59.80
2017 में पुरुषों का मतदान प्रतिशत -58.91
बलिया
2017 में महिलाओं का मतदान प्रतिशत-57.33
2017 में पुरुषों का मतदान प्रतिशत-60.10
आजमगढ़
-2017 में महिलाओं का मतदान प्रतिशत -00
-2017 में पुरुषों का मतदान प्रतिशत-00