यूपी के आखिरी जिले सोनभद्र के सीमावर्ती राज्यों के गांवों में बन रही विधानसभा की चुनावी फिजां
UP Vidhan Sabha Chunav 2022 सोनभद्र में विधानसभा चुनाव को लेकर जोरों पर तैयारी चल रही है। संभावित प्रत्याशी अपने तरीके से चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं लेकिन यहां के चारों विधानसभा चुनावों को लेकर चुनावी फिजां सीमावर्ती पड़ोसी राज्यों के गांवों में तैयार हो रही है।
सोनभद्र, जागरण संवाददाता। यूपी के आखिरी जिले सोनभद्र में विधानसभा चुनाव को लेकर जोरों पर तैयारी चल रही है। राजनीतिक दलों के साथ ही संभावित प्रत्याशी अपने तरीके से चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं लेकिन यहां के चारो विधानसभा चुनावों को लेकर चुनावी फिजां सीमावर्ती पड़ोसी राज्यों के गांवों में तैयार हो रही है। घोरावल विधानसभा क्षेत्र की सीमा से सटे मध्य प्रदेश के एक जिले के सीमावर्ती गांवों, राबर्ट्सगंज विधानसभा की सीमा से सटे बिहार व झारखंड के तीन जिलों के सीमावर्ती गांवों में सोनभद्र की चुनावी तैयारियों को लेकर चर्चा हो रही है। इसी तरह से ओबरा व दुद्धी विधानसभा सीटों के चुनावों को लेकर पड़ोसी राज्यों के सीमावर्ती गांवों में सक्रियता है। इसको ध्यान में रखते हुए विभिन्न राजनीतिक दलों ने पड़ोसी राज्यों से बड़े नेताओं को यहां की विभिन्न विधानसभा सीटों के लिए प्रभारी भी बनाया है।
उत्तर प्रदेश की सबसे आखिरी चार विधानसभाएं सोनभद्र की हैं। यहां की 403 दुद्धी विधानसभा सीट प्रदेश की सबसे अंतिक विधान सभा है। इसके अलावा 400 घोरावल, 401 राबर्ट्सगंज व 401 ओबरा विधानसभा सीटें भी इसी जिले की हैं। यह चारों विधानसभा सीटें पड़ोसी राज्यों मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड व छत्तीसगढ़ की सीमा से सटी हुई हैं। घोरावल विधानसभा सीट मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले के चितरंगी व सिंगरौली विधानसभा की सीमा से मिलती है। राबर्ट्सगंज विधानसभा सीट बिहार के कैमूर, रोहतास जिले के चैनपुर विधानसभा, झारखंड के गढ़वा जिले से भवनाथपुर विधानसभा, ओबरा विधानसभा क्षेत्र मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले के चितरंगी व सिंगरौली जिले की विधानसभा सीट से सटी है। इसी तरह दुद्धी विधानसभा सीट झारखंड व छत्तीसगढ के गढ़वा व बलरामपुर जिले के भवनाथपुर व प्रतापपुर विधानसभा की सीमा से सटी हुई है। इस कारण सोनभद्र चारों विधानसभा सीटों के लोगों के तमाम रिश्तेदार, नातेदार पड़ोसी राज्यों की सीमा से सटे जिलों में हैं। वे उन्हीं जगहों पर बैठकर सोनभद्र की चुनावी फिजां पर चर्चा-परिचर्चा कर रहे हैं। जिले के चारो विधानसभा सीटों पर चुनाव में कौन प्रत्याशी होगा, किस दल की जीत होगी इसको लेकर चर्चा-परिचर्चा का दौर जोरों पर है। भाजपा के जिलाध्यक्ष अजीत चौबे ने बताया कि पड़ोसी राज्यों के कुछ नेताओं को सोनभद्र की विभिन्न विधानसभा सीटों पर प्रवासी बनाया गया है। वे लगातार कार्यकर्ताओं के संपर्क में हैं। कांग्रेस के कार्यवाहक जिलाध्यक्ष हाफी फरीद अहमद खां का कहना है कि झारखंड के विधायक को घोरावल विधानसभा सीट का प्रभारी बनाया गया है। पड़ोसी राज्यों से जुड़े तमाम लोग यहां की राजनीति पर चर्चा करते रहते हैं।