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UP Board मिशन गौरव बनेगा बोर्ड का गौरव, स्थापना के 100 वर्ष पर लांच किया पोर्टल

यूपी बोर्ड के विद्यार्थी देश-विदेश में विभिन्न प्रमुख पदों पर तैनात हैं। शिक्षा चिकित्सा न्यायिक राजनीति प्रशासनिक सामाजिक साहित्य कला खेल व संस्कृति सहित तमाम क्षेत्रों में बोर्ड के विद्यार्थियों का कब्जा है लेकिन इसकी जानकारी बोर्ड को भी नहीं है।

By saurabh chakravartiEdited By: Published: Fri, 11 Dec 2020 07:10 AM (IST)Updated: Fri, 11 Dec 2020 07:10 AM (IST)
UP Board मिशन गौरव बनेगा बोर्ड का गौरव, स्थापना के 100 वर्ष पर लांच किया पोर्टल
यूपी बोर्ड के पूर्व छात्रों को मिशन गौरव पोर्टल से जोडऩे का निर्णय लिया है।

वाराणसी, जेएनएन। यूपी बोर्ड के विद्यार्थी देश-विदेश में विभिन्न प्रमुख पदों पर तैनात हैं। शिक्षा, चिकित्सा, न्यायिक, राजनीति, प्रशासनिक, सामाजिक, साहित्य, कला, खेल व संस्कृति सहित तमाम क्षेत्रों में बोर्ड के विद्यार्थियों का कब्जा है, लेकिन इसकी जानकारी बोर्ड को भी नहीं है। शताब्दी वर्ष में बोर्ड ऐसे ख्याति प्राप्त पूर्व छात्रों को मिशन गौरव पोर्टल से जोडऩे का निर्णय लिया है। इसके लिए सभी विद्यालयों के प्रधानाचार्यों से प्रतिष्ठित उन लोगों की सूची मांगी गई है जो बोर्ड से हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा उत्तीर्ण कर देश-विदेश में किसी पद पर तैनात हैं।

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उतर प्रदेश में माध्यमिक बोर्ड का गठन वर्ष 1921 में हुआ था। सूबे में पहली बार हाईस्कूल व इंटर की बोर्ड से परीक्षा वर्ष 1923 में हुई थी। उस समय पूरे प्रदेश में 5655 हाईस्कूल व महज 89 परीक्षार्थी इंटर में शामिल हुए थे। वहीं वर्तमान में सिर्फ वाराणसी जनपद में 110000 परीक्षार्थी हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा में शामिल होते हैं। अगले वर्ष बोर्ड के गठन के सौ वर्ष पूरे हो रहे हैं। इसे देखते हुए बोर्ड अप्रैल 2021 से मार्च 2022 तक शताब्दी वर्ष समारोह मनाने का निर्णय लिया है। इस संबंध में सभी क्षेत्रीय कार्यालयों, संयुक्त शिक्षा निदेशकों, जिला विद्यालय निरीक्षकों को निर्देश भी जारी किया जा चुका है। इसमें बोर्ड से उत्तीर्ण हुए विभिन्न क्षेत्रों के ख्याति प्राप्त व्यक्तियों से पोर्टल पर पंजीकरण कराने का अनुरोध किया गया है। साथ ही बोर्ड ने प्रधानाचार्यों से संकलित क्षेत्रवार, वर्षवार विद्यार्थियों की सूची भी 31 दिसंबर तक उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। डीआइओएस डा. वीपी ङ्क्षसह ने बताया कि जनपद के सभी विद्यालयों को ख्याति प्राप्त पूर्व छात्रों को पोर्टल पर जोडऩे का निर्देश दिया गया है। प्रधानाचार्यों की सुविधा के लिए उन्हें पंजीकरण प्रपत्र भी उपलब्ध कराया जा चुका है। हालांकि पंजीकरण आनलाइन करना है। प्रपत्र में सेवा क्षेत्र का नाम, आवेदक का नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल आइडी, विद्यालय का नाम, जनपद व प्रदेश का नाम, परीक्षा उत्तीर्ण करने का वर्ष, कार्यरत पद का नाम या पूर्व में कार्यरत पद का नाम, सहित अन्य विवरण शामिल हैं।


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