यूपी विधानसभा चुनाव : मतदाताओं को जागरूक करने घर-घर भेजूंगा अनुरोध पत्र, बोले आजमगढ़ के डीएम
बीएलओ के जरिए एक पंथ दो कार्य का प्रयोग शुरू किया है। बीएलओ घर-घर पहुंच कर मतदाता सूची की समीक्षा तो करेंगे ही यह भी सुनिश्चित करेंगे कि उन्हें वैक्सीन लग पाई कि नहीं। छूटे वोटर्स को बताया जाएगा कि अगले दिन अपने बूथ पर पहुंच टीका लगवा लें।
आजमगढ़, जागरण संवाददाता। कोविड की तीसरी लहर के बीच वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव की तैयारी आजमगढ़ में भी अंतिम चरण में है। 55 लाख की विशाल आबादी वाले जिले में प्रशासन सुरक्षित मतदान कराने के लिए तत्पर है। जिला निर्वाची पदाधिकारी सह जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी ने यहां कुछ दिन पहले ही कार्यभार संभाला है। चुनाव तैयारी के संदर्भ में उनसे 'दैनिक जागरण के वरीय संवाददाता राकेश श्रीवास्तव की हुई बातचीत के संपादित अंश...
- महामारी के बीच मतदाता बूथ तक पहुंचे, इसके लिए क्या करेंगे?
हमने बीएलओ के जरिए एक पंथ दो कार्य का प्रयोग शुरू किया है। बीएलओ घर-घर पहुंच कर मतदाता सूची की समीक्षा तो करेंगे ही, यह भी सुनिश्चित करेंगे कि उन्हें वैक्सीन लग पाई कि नहीं। छूटे वोटर्स को बताया जाएगा कि अगले दिन अपने बूथ पर पहुंच टीका लगवा लें। प्रयास है कि मतदाता वैक्सीनेटेड होंगे तो मतदान भी सुरक्षित होगा। मतदान फीसद बढ़ाने को घर-घर अनुरोध-पत्र भी भेजूंगा।
- बूथ तक पहुंचने में अक्षम मतदाताओं के लिए क्या व्यवस्था है?
आयोग ने अबकी स्पष्ट निर्देश जारी किया है। दिव्यांग व बुजुर्गों के लिए फार्म 12 डी का प्रावधान है। इसे अशक्त लोगों के अनुरोध पर दिया जाएगा, जिसे बिंदुवार भरकर वापस करने पर ही आरओ मतदान से पूर्व पोस्टल बैलेट उपलब्ध कराएंगे। पारदर्शिता को पूरी कार्यवाही के दौरान उम्मीदवारों की सहभागिता रखते हुए वीडीयोग्राफी भी कराई जाएगी।
- होम या संस्थागत क्वारंटीन लोग कैसे वोट डालेंगे?
इसके भी दो आयाम होंगे। एक तो पहले से क्वारंटीन और दूसरा मतदान के दिन या पहले से संदिग्ध लक्षण व संक्रमितों के लिए मतदान। ऐसे वोटरों से मतदान के अंतिम घंटे में चिकित्सकीय देखरेख में वोट डलवाया जा सकेगा। जबकि पहले से होम क्वारंटीन के लिए फार्म 12 डी की व्यवस्था होगी। एक बात स्पष्ट करूंगा कि प्रत्येक मतदाता थर्मल स्कैङ्क्षनग व हाथ सैनिटाइज करने के बाद ही वोट डाल सकेेंगे।
सवाल : चुनाव में लगी आपकी टीम कितनी सुरक्षित है?
मेरी टीम पूर्णतया वैक्सीनेटेड हो चुकी है। एक फीसद वोटर जरूर छूटे हैं, जिनके लिए बीएलओ को अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है। आंकड़े गवाह हैं कि जनपद सूबे में नौवें से सातवें स्थान पर टीकाकरण में आ पहुंचा है।
चुनाव प्रचार में शारीरिक दूरी का पालन न हुआ तो क्या कार्रवाई होगी? राजनीतिक दलों के जिम्मेदारों से बातचीत हुई है। वीडियोग्राफी के जरिए निगरानी होगी। उल्लंघन होने पर नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।
सवाल : आम आदमी को खुद से कैसे जोड़ेंगे?
जवाब : डिजिटल प्लेटफार्म संग विभिन्न संगठनों के वाट््सएप ग्रुप के एडमिन से खुद को जोड़ूंगा। शिकायतकर्ता और संबंधी विभागीय अधिकारी को एक प्लेटफार्म पर लाकर समाधान करूंगा, जिससे भरोसा जग सके।
आजमगढ़ के डीएम की वोटरों और जनप्रतिनिधियों से अपील
''जनप्रतिधियों से अपील करूंगा कि वोटर लिस्ट में अपना नाम चेक कर लें। नाम न होने पर निर्धारित प्रक्रिया अपनाकर बढ़ाएं। नाम कटने के लिए जिम्मेदार कर्मचारियों पर कार्रवाई भी की जाएगी। जनता एन-95 मास्क का इस्तेमाल करें। एक मास्क को एक दिन इस्तेमाल करने के बाद उसे सैनिटाइज कर एक सप्ताह के लिए सुखा दें। इस तरह रोजाना अलग-अलग मास्क के प्रयोग में इसी प्रक्रिया को अपनाएं तो बचाव संग खर्च भी कम होगा।
अमृत त्रिपाठी
डीएम, आजमगढ़