आइआइटी-बीएचयू में 'उत्तर-पूर्व गंतव्य -2019' के आयोजन में पूर्वोत्तर के आठ राज्यों के मुख्यमंत्री होंगे शामिल
उत्तर-पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्रालय के अंतरगत उत्तर पूर्वी परिषद अपना वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम उत्तर-पूर्व गंतव्य-2019 पहली बार बनारस में 23 नवंबर से आयोजित होने जा रहा है।
वाराणसी, जेएनएन। उत्तर-पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्रालय के अंतरगत उत्तर पूर्वी परिषद (एनइसी) अपना वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम 'उत्तर-पूर्व गंतव्य-2019' पहली बार बनारस में 23 नवंबर से आयोजित होने जा रहा है। पूरा आयोजन आइआइटी-बीएचयू के टेक्टनोलॉजी ग्राउंड में 23 नवंबर से 26 नवंबर तक आयोजित होना है। इसके लिए 23 नवंबर को आयोजित उद्घाटन समारोह में केंद्रीयमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा. जितेंद्र सिंह सहित पूर्वोत्तर के आठ राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल हो रहे हैं।
वाराणसी में आयोजित हो रहे चार दिवसीय कार्यक्रम में उत्तर पूर्व के आठ राज्यों अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम व त्रिपुरा के हस्तशिल्प, वस्त्र एवं क्षेत्रीय उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इन राज्यों की कला एवं पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का संचालन भी किया जाएगा। आयोजन का मुख्य आकर्षण लाइव किचन होगा, जिसमें लोगों को उत्तर-पूर्वी क्षेत्रों के व्यंजनों का लुत्फ उठाने का मौका पहली बार मिलेगा।
"You must visit the North-east in your lifetime" - PM @narendramodi in #MannKiBaat.
Union Minister @DrJitendraSingh to inaugurate ‘Destination North East’ Festival on 23rd November. It will be held from November 23-26 at #Varanasi.#IncredibleIndia#FestivalTourism @PMOIndia pic.twitter.com/qBTQqSSKJ6 — Mann Ki Baat Official (@mannkibaat) November 22, 2019
'उत्तर पूर्व गंतव्य 2019' कार्यक्रम के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, बीएचयू स्थित टेक्नोलॉजी ग्राउंड उत्तर पूर्वी परिषद को उपलब्ध कराया है जहां पर दिन रात एक कर आयोजन की तैयारियों को एक दिन पूर्व तक अंतिम रूप दिया गया। वहीं आयोजन में शामिल होने के लिए प्रतिनिधि एक दिन पूर्व ही आना शुरू हो चुके हैं। आयोजन का मकसद उत्तर पूर्व के बारे में जानकारी बढ़ाने के साथ ही वहां पर पर्यटन को भी बढ़ावा देना है। इस आयोजन के बारे में शुक्रवार को मन की बात आधिकारिक टवीटर हैंडल से जानकारी भी साझा कर आयोजन के मकसद को पीएम के हवाले से बताया गया।