राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत अब वाराणसी की महिलाएं घर भी चलाएंगी और गाड़ी भी दौड़ाएंगी
महिलाएं व्यवसायिक ड्राइविंग के क्षेत्र में उतरने से कतराती है। ड्राइविंग करना चाहती है लेकिन सुरक्षा व तमाम तामझाम के कारण कदम आगे नहीं बढ़ा पाती हैं। इसी हिचक को तोडऩे के लिए जिला प्रशासन ने बड़ी पहल की है।
वाराणसी, जेएनएन। महिलाएं व्यवसायिक ड्राइविंग के क्षेत्र में उतरने से कतराती है। ड्राइविंग करना चाहती है लेकिन सुरक्षा व तमाम तामझाम के कारण कदम आगे नहीं बढ़ा पाती हैं। इसी हिचक को तोडऩे के लिए जिला प्रशासन ने बड़ी पहल की है। कमिश्नर ने पिछले दिनों सरस मेला के समापन के दौरान मंच से घोषणा की थी कि अगर महिलाएं ड्राइविंग के क्षेत्र में आना चाहती हैं तो स्वागत है। सुरक्षा का बंदोबस्त प्रशासन करेगा। इतना ही नहीं महिलाओं के व्यवसायिक वाहन (टैंपों, टैक्सी या अन्य वाहन) का रंग भी अलग होगा। कोड नम्बर इतर होगा।
महिलाओं की संख्या अधिक रही तो वाहनों में पैनिक बटन की भी सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी। खतरा के समय उसे बजाते ही महिला पुलिस फौरी मौके पर पहुंच जाएंगी। सेफ सिटी के अंतर्गत काशी में महिलाओं की सुरक्षा के लिए जगह-जगह पिंक बूथ बनेंगे। महिला पुलिस तैनात रहेगी। यह सब आपको सुरक्षा देंगी।
ड्राइविंग के क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। वाहन क्रय को भी बैंक से आसान किस्तों में ऋण आदि मुहैया कराने की भी व्यवस्था होगी। कमिश्नर के आदेश के क्रम में मिशन शक्ति के तहत राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत पंजीकृत आठ हजार समूहों से जुटी लगभग 96 हजार महिलाओं को पत्र लिखकर इसकी जानकारी दी जा रही है। इतना ही नहीं इच्छुक महिलाओं को इस क्षेत्र में आगे आने के लिए जागरूकता कार्यक्रम भी संचालन की तैयारी है। मिशन से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि महिलाएं घर चलाने साथ ही सम्मान के साथ इस रोजगार से जुड़ सकती हैं। आजीविका मिशन की ओर से समूह की महिलाओं को आरएसईटीआई यानी रूरल सेल्फ इंप्लॉयमेंट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में प्रशिक्षण की व्यवस्था करायी जाएगी। संख्या अधिक रही तो अन्यत्र भी इसकी व्यवस्था होगी।
ड्राइविंग के क्षेत्र रोजगार की अपार संभावनाएं हैं
ड्राइविंग के क्षेत्र रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। महिलाएं ड्राइविंग करेंगी तो उक्त वाहन में महिलाएं बैठने को तरजीह देंगी। महिलाओं को भी सुरक्षा मिलेगी। शेष सुरक्षा का मुकम्मल इंतजाम प्रशासन की ओर से किया जाएगा।
- दीपक अग्रवाल, कमिश्नर
समूहों से जुड़ी महिलाओं को पत्र लिखकर इसकी जानकारी दी जा रही है
समूहों से जुड़ी महिलाओं को पत्र लिखकर इसकी जानकारी दी जा रही है। ड्राइविंग को लेकर जागरूक किया जाएगा। महिलाएं तैयार होंगी तो प्रशिक्षण की मुकम्मल व्यवस्था होगी।
श्रवण कुमार सिंह, जिला मिशन प्रबंधक