मऊ में एलएलबी की परीक्षा में 105 छात्रों पर लटकी तलवार, दो छात्रों को किया गया रिस्टीकेट
डीसीएसके पीजी कालेज में चल रही एलएलबी परीक्षा के आखिरी दिन यानि शनिवार तक नकल के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई चलती रही और नकलची अपनी आदतों से बाज नहीं आए।
मऊ, जेएनएन। एलएलबी की परीक्षा में नकल के दौरान सख्ती को लेकर कॉलेज प्रशासन की कार्रवाई जिले में काफी चर्चा है। के बाद डीसीएसके पीजी कालेज में चल रही एलएलबी परीक्षा के आखिरी दिन यानि शनिवार तक नकल के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई चलती रही और नकलची अपनी आदतों से बाज नहीं आए। पाकेट में रखे जाने वाले पर्स पर प्रश्नोत्तर लिखकर लाई एक एलएलबी छात्रा को प्राचार्य डा.एके मिश्र ने नकल करते पकड़ा तो उसे तत्काल रिस्टीकेट कर दिया। उधर, एक और छात्र को गाइड के पन्नों से नकल करते पकडऩे पर रिस्टीकेट कर दिया गया। नकल के खिलाफ डीसीएसके प्रशासन की सख्त कार्रवाई देख 105 एलएलबी छात्रों ने परीक्षा ही छोड़ दिया।
एलएलबी की सेमेस्टर परीक्षा के दौरान बीते दिनों 21 छात्रों को डीसीएसके पीजी कालेज प्रशासन की ओर से एक ही दिन रिस्टीकेट किए जाने के बाद जहां कई ने परीक्षा छोड़ दिया, वहीं कई नकलची इसके बावजूद सुधरने को तैयार नहीं हुए। शनिवार को तो प्राचार्य डा.एके मिश्र ने एक ऐसी छात्रा को पकड़ा जिसने प्रश्नों के उत्तर को बड़ी बारीकी से अपने पर्स पर लिखा हुआ था और उसे सामने रखकर चोरी से नकल कर रही थी। वहीं, एक छात्र गाइड के पन्नों से नकल करने के दुस्साहस में लगा था।
पकड़े जाने के बाद कोई अपनी गरीबी का हवाला देकर गिड़गिड़ा रहा था तो कोई अपने लड़की होने पर दया करने की भीख मांग रहा था। प्राचार्य डा.एक मिश्र ने दोनों में से किसी की नहीं सुनी और दो टूक कहा कि कालेज में आने वाला हर परीक्षार्थी उनके लिए समान है। न कोई गरीब है न अमीर। नकल करते पकड़े जाने पर किसी को कोई रियायत न दी गई है न दी जाएगी। शनिवार को एलएलबी की परीक्षा संपन्न होने के बाद प्राचार्य ने दो जनवरी तक कालेज बंद किए जाने की घोषणा की।