चंदौली में उम्र में हेराफेरी कर ई-टिकट बनाने वाले दो व्यक्ति गिरफ्तार, आरपीएफ ने की छापेमारी
चंदौली में रेलवे की ई-टिकट में उम्र में हेराफेरी कर टिकट बनाने वाले दो आरोपित गुरुवार को आरपीएफ के हत्थे चढ़े। सीनियर सिटीजन कोटा से बनाए गए पांच ई-टिकटों की बरामदगी की।
चंदौली, जेएनएन। रेलवे की ई-टिकट में उम्र में हेराफेरी कर टिकट बनाने वाले दो आरोपित गुरुवार को आरपीएफ के हत्थे चढ़े। आरपीएफ ने धानापुर स्थित एक जनसेवा केंद्र में छापेमारी कर सीनियर सिटीजन कोटा से बनाए गए पांच ई-टिकटों की बरामदगी की। इसके अलावा एडवांड डेट के 98 ई- टिकट भी मिले। मौके से 18 फर्जी यूजर आइडी, लैपटाप, प्रिंटर, दो मोबाइल आरपीएफ ने जब्त किया। बरामद टिकटों का मूल्य एक लाख आठ रुपये बताया गया है। टिकट कब, कैसे और कहां से काटे गए हैं, आरपीएफ ने इसकी जांच शुरू कर दी है। अचानक की गई छापेमारी से जनसेवा केंद्र चलाने वालों में खलबली मची रही।
आरपीएफ का दावा है कि अवैध तरीके से ई टिकट बनाने वाले गिरोह का शीघ्र पर्दाफाश किया जाएगा। अवैध तरीके से रेलवे के ई-टिकट बनाने का गोरखधंधा जनपद में कई स्थानों पर फलफूल रहा है। यहां तक कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन के आरक्षण काउंटर पर भी दलाल सक्रिय हैं। स्थिति यह है कि यात्रियों का टिकट बनाने के नाम पर उनसे भारी भरकम रुपयों की वसूली की जा रही है। कुछ दलाल तो यात्रियों के रुपये तक लेकर फरार हो जा रहे हैं। आरपीएफ पोस्ट प्रभारी संजीव कुमार को इस तरह की शिकायत काफी दिनों से मिल रही थी। सुबह वे अपनी टीम के साथ धानापुर पहुंचे। यहां एक जनसेवा केंद्र में जांच पड़ताल शुरू की गई। कागजातों व यूजर आइडी की पड़ताल की गई तो फर्जी मिला। सीनियर सिटीजन कोटा से भी बनाए गए टिकट मिले। आरपीएफ जवानों ने लैपटाप, ङ्क्षप्रटर, मोबाइल सहित सभी कागजातों को तब्त कर लिया। लैपटाप को खंगाला गया तो 18 फर्जी आइडी भी मिली। पोस्ट प्रभारी ने बताया कि अवैध तरीके से रेलवे का टिकट बनाकर राजस्व की हानि पहुंचाई जा रही है। रेल संपत्ति को क्षति पहुंचाने वाले जेल के अंदर होंगे। टीम में कन्हैया लाल ङ्क्षसह आदि शामिल रहे।
ग्रामीण क्षेत्रों में भी फैला दलालों का नेटवर्क
ऐसा नहीं कि ई-टिकट बनाने में दलाल केवल शहरी इलाकों में ही सक्रिय है। उनका नेटवर्क ग्रामीण क्षेत्रों तक फैला है। धानापुर के जनसेवा केंद्र में छापेमारी के बाद मामला और गहरा गया है। अभी बस एक जनसेवा केंद्र की जांच में यह उजागर हुआ है। जनपद में दर्जनों की संख्या में जन सेवा केंद्र संचालित हो रहे हैं।