वाराणसी में दो लाख के इनामी शूटर ने प्रापर्टी डीलर एनडी तिवारी को मारी थी गोली, तीन गिरफ्तार व तीन की तलाश
रोहनिया के अखरी निवासी प्रापर्टी डीलर व क्रांग्रेस नेता नारायण दत्त तिवारी हत्या का पुलिस ने फिर से राजफाश किया है। प्रापर्टी डीलर द्वारा पुलिस को सहयोग करने की रंजिश में इस सनसनीखेज वारदात को दो लाख के इनामी बदमाश मनीष सिंह सोनू ने अपने साथियों संग अंजाम दिया था।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। रोहनिया के अखरी निवासी प्रापर्टी डीलर व क्रांग्रेस नेता नारायण दत्त तिवारी हत्या का पुलिस ने फिर से राजफाश किया है। भूमि विवाद व हत्या के एक मामले में प्रापर्टी डीलर द्वारा पुलिस को सहयोग करने की रंजिश में इस सनसनीखेज वारदात को दो लाख के इनामी बदमाश मनीष सिंह सोनू ने अपने साथियों संग अंजाम दिया था। इसकी साजिश एक प्रापर्टी डीलर व प्रधानाध्यापक ने रची थी। इस संबंध में पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से वारदात में प्रयुक्त नाइन एमएम की एक पिस्टल, एक रिपीटर, 23 कारतूस, एक स्कार्पियो व तीन मोबाइल फोन बरामद किए गए। पुलिस को इनामी बदमाश सहित तीन आरोपितों की तलाश है।
वहीं, एनडी तिवारी की हत्या में उनके भाई डीपी तिवारी की तहरीर के आधार पर पुलिस ने जिन तीन नामजद लोगों को पूर्व में गिरफ्तार कर जेल भेजा था, उनकी भूमिका की नए सिरे से जांच की जाएगी। जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर विधिक राय लेकर प्रकरण में आगे की कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि एनडी तिवारी गत पांच अप्रैल की रात शूलटंकेश्वर मंदिर में दर्शन कर बाइक से घर जा रहे थे। उसी दौरान कुरहुआ में ताबड़तोड़ गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई थी। इस मामले में जमीन संबंधी विवाद में धीरज पांडेय, नीरज पांडेय व दयानाथ पांडेय समेत दो अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था।
सर्विलांस व काल डिटेल से मिली सफलता
एसपी ग्रामीण अमित वर्मा ने मंगलवार को बताया कि शूटरों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करने के लिए क्राइम ब्रांच प्रभारी अश्वनी चतुर्वेदी के नेतृत्व में एसआइ रजनीश त्रिपाठी, कुलदीप सिंह, चंद्रसेन, संतोष पासवान व रोहनिय थाना प्रभारी हरिनाथ भारती की टीम गठित की गई। सर्विलांस व मोबाइल के काल डिटेल की मदद से हुई तफ्तीश में सामने आया कि एनडी तिवारी जमीन की खरीद फरोख्त के काम के कारण अपने क्षेत्र के अन्य लोगों की निगाह में चढ़ गए थे। इसी वजह से उनसे कुछ लोग रंजिश रखने लगे थे।
एसपी ग्रामीण के मुताबिक मीरजापुर के कुसहां के मूल निवासी व सुसुवाही क्षेत्र स्थित धर्मवीर नगर कालोनी में रहने वाले प्रापर्टी डीलर राजेंद्र सिंह उर्फ राजन से एनडी तिवारी की भूमि विवाद की रंजिश थी। वहीं, वर्ष 2018 में हुई डब्लू मिश्रा हत्याकांड में एनडी तिवारी ने पुलिस का सहयोग किया था। उनकी बदौलत ही इस हत्याकांड के राजफाश में अखरी निवासी प्रधनाध्यापक देवेंद्र नारायण सिंह के बेटे रमाशंकर सिंह उर्फ रिंकू का नाम प्रकाश में आया था। इस वजह से देवेंद्र नारायण भी एनडी तिवारी से रंजिश रखता था। ऐसे में राजेंद्र सिंह व देवेंद्र नारायण सिंह ने एनडी तिवारी को रास्ते से हटाने की साजिश रची।
एक लाख सुपारी व जमीन देने का किया था वादा
राजेंद्र सिंह व देवेंद्र नारायण ने हत्या की साजिश में भुआलपुर के आयुश शर्मा उर्फ आशु, जंसा के कुंडरिया निवासी हेमंत सिंह उर्फ गोविंदा व रमाशंकर उर्फ रिंकू को भी शामिल किया। इसके बाद लंका थाना क्षेत्र के नरोत्तमपुर निवासी दो लाख के इनामी मनीष सिंह सोनू को एनडी तिवारी की हत्या के लिए एक लाख रुपये सुपारी व जमीन देने का वादा किया गया था।
गिरफ्तार व फरार आरोपित
इस वारदात में राजेंद्र सिंह, आशु व देवेंद्र नारायण सिंह को गिरफ्तार किया गया है। इनामी बदमाश मनीष, हेमंत व रिंकू की तलाश की जा रही है।