वाराणसी के फुलपुर में पुरानी रंजिश में हुई हत्या में दो अभियुक्त को गिरफ्तार कर पुलिस ने भेजा जेल
वाराणसी के फुलपुर क्षेत्र के बरवा में मंगलवार को सायंकाल में पुरानी रंजिश को लेकर चचेरे भाई की हत्या में नामजद मुख्य अभियुक्त के पुत्री व भतीजे को पुलिस ने बुधवार गिरफ्तार कर लिया।
वाराणसी, जेएनएन। फुलपुर थाना क्षेत्र के बरवा में मंगलवार को सायंकाल में पुरानी रंजिश को लेकर चचेरे भाई की हत्या में नामजद मुख्य अभियुक्त के पुत्री व भतीजे को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया।
विदित हो कि मंगलवार की शाम में बच्चों के विवाद के बाद महेंद्र मिश्रा ने आटा चक्की चलाने वाले चचेरे भाई अनिल मिश्रा उर्फ मुन्ना को घेर कर राड व डंडे से प्रहार की मौत की नींद सुलाने के मामले में पुलिस ने मृत अनिल के पुत्र सचिन की तहरीर पर मुख्य अभियुक्त महेंद्र समेत 6 लोगों के खिलाफ कई धारा के तहत मुकदमा दर्ज किया। वहीं इंस्पेक्टर सनवर अली व महिला आरक्षी मिथिलेश पटेल व सिपाही की मदद से साधन पकड़ कर कही जाने के फिराग में खालिसपुर तिराहे पर खड़े महेंद्र के भतीजे दशरथ व उसकी पुत्री साक्षी को धर दबोचा। पुलिस ने पूछताछ के बाद गिरफ्तार दोनो आरोपियों को जेल भेज दिया। वहीं घटना को लेकर तनाव बना हुआ है। हर जगह घटना को लेकर चर्चा ग्रामीण करते रहे।
आखिर क्या था विवाद
बरवा में हुई हत्या के पीछे तीन पीढ़ियों से जमीन को लेकर हो रहे विवाद ही मुख्य कारण रहा। पारसनाथ, उमाशंकर व गौरीशंकर तीनों भाई थे। गांव से मुख्य मार्ग तक नई सड़क निकल गई। सड़क निकलने के पूर्व तक बंटवारा ठीक था। जब सड़क निकली तो दो पक्ष सड़क पर पैतृक जमीन उमाशंकर और गौरीशंकर के हिस्से की जमीन पीछे हो गई और पारसनाथ के हिस्से की जमीन आगे हो गई। दोनो पट्टीदार अब आने जाने व अन्य आवश्यकता को देखते हुए सीधे-सीधे बंटवारा चाहते थे। इसी बात को लेकर तीन पीढ़ियों से चला आ रहा विवाद हत्या तक पहुंच गया और जिसमें दूसरी पीढ़ी के अनिल, महेंद्र और दशरथ के पुत्रों के साथ विवाद हुआ। फिर उमाशंकर के लड़के महेंद्र ने पारस के लड़के अनिल की हत्या कर दी। जिसमें महेंद्र और दशरथ के परिवार के 6 लोग मुख्य रूप से आरोपी बनाए गए हैं। जिन पर घटना में शामिल होकर हत्या करने का आरोप है। जमीन को लेकर अब तक कई बार विवाद हो चुका है। गत वर्ष अनिल मिश्र के पर भी प्राणघातक हमला हुआ था। जिसमें मुकदमा दर्ज हुआ था।