3 डी वीडियो के माध्यम से बदलती काशी का आभासीय दुनिया करा रही अहसास
ऐतिहासिक व धार्मिक महत्व वाले स्थानों के अलावा तेजी से बदलती काशी को भी आप बगैर भाग दौड़ किए एक ही छत के नीचे एक से दो घंटे में देख सकते हैं।
वाराणसी, जेएनएन। पर्यटक ही नहीं आप बनारस के रहने वाले भी हैं तो आपसे इस पुरातन शहर काशी के कई हिस्से अनछुए रह गए होंगे। ऐसे ऐतिहासिक व धार्मिक महत्व वाले स्थानों के अलावा तेजी से बदलती काशी को भी आप बगैर भाग दौड़ किए एक ही छत के नीचे एक से दो घंटे में देख सकते हैं। इतना ही नहीं प्रोजेक्टर, आडियो-वीडियो, 3 डी वीडियो के माध्यम से आप गंगा घाट, गलियां, मेड इन बनारस, नाद नगरी, काशी शिल्प, आस्था-आध्यात्मिकता, सारनाथ के धरोहरों का आभासीय अनुभूति भी करेंगे। इसका आनंद आप डा. राजेंद्र प्रसाद घाट के पास स्थित मानमहल मंदिर में नवनिर्मित आभासी अनुभूति संग्रहालय में ले सकते हैं।
पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका लोकार्पण किया। आभासी संग्रहालय बनने से यहां पर्यटकों की भीड़ तीन गुना बढ़ गई है। रोजाना ही यहां लगभग 175-225 पर्यटक पहुंच रहे हैं। मानमहल में घुसते ही सामने काशी के घाट का विहंगम कलाकारी देखने को मिलेगा। बायी ओर काशी दर्पण व दाएं तरफ शिवलिंग का दर्शन होगा। शिवलिंग के सामने स्क्रीन पर घंटी छूते ही शिवलिंग पर फूल अर्पण होने लगता है।
15-15 मिनट का तीन शो -
-काशी कालनिर्णय।
-एक नजर में काशी (3डी)।
-गंगा अवतरण गैलरी।
बुद्ध के प्रथम उपदेश से लेकर आधुनिक बनारस तक -
प्रोजेक्टर के माध्यम से पर्यटकों को काशी कालनिर्माण में प्राचीनतम बस्ती, भगवान बुद्ध का प्रथम उपदेश, अशोक द्वारा सारनाथ में स्तंभ तथा स्तूप स्थापना, गोस्वामी तुलसी दास, रामनगर किला, भारत कला भवन आदि को दिखाया गया है। एक नजर में काशी को 3डी में बनाया गया है जिसमें घाट, मंदिर, मस्जिद, सारनाथ समेत शहर के प्रमुख स्थानों को दर्शाया गया है। वहीं गंगा अवतरण गैलरी में 15 से 20 पर्यटक बैठकर गंगा के धरती पर अवतरण की पूरी कथा का अहसास कर सकते हैं।
बनारस की गलियों का होगा अहसास -
संग्रहालय में बनारस की गली का सजीव अहसास होगा। ऐसा लगेगा की आप खुद उसमें घूम रहे हैं। आडियो से गलियों में होने वाले शोर, मंदिर की घंटी, वाहनों की आवाज आदि सुनाई देगा। गली में ही पान की दुकान भी लगी है। इसके अलावा मेड इन बनारस, वाराणसी वस्त्राणसी, नाद नगरी, काशी शिल्प, काशी के बसैया, काशी नामा, गंगाजली, मुक्तिधाम, रस-रस बनारस, हथकरथा, पर्व त्योहार आदि भी आप से बंधे रखेगा।
प्रवेश टिकट :- आभासीय अनुभूति संग्रहालय में भारतीय, सार्क और बिमस्टैक के दर्शकों के लिए 25 रुपये का टिकट है। वहीं विदेशी पर्यटकों के लिए शुल्क 300 है।