Corona Infection : तीसरी लहर से लड़ने के लिए बीएचयू में ट्रेनिंग, दी गई शिशुओं की देखभाल की जानकारी
तीसरी लहर की संभावित आहट को देखते हुए जिला स्वास्थ्य विभाग भी तैयारी में जुट गया है। इसके तहत वाराणसी मंडल के जिला अस्पतालों व अन्य केंद्रों में तैनात चिकित्सक एनेस्थेटिक एवं नर्सिंग स्टाफ के लिए चिकित्सा विज्ञान संस्थान बाल रोग विभाग में तीन दिवसीय प्रशिक्षण शुरू किया गया।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। तीसरी लहर की संभावित आहट को देखते हुए जिला स्वास्थ्य विभाग भी तैयारी में जुट गया है। इसके तहत वाराणसी मंडल के जिला अस्पतालों व अन्य केंद्रों में तैनात चिकित्सक, एनेस्थेटिक एवं नर्सिंग स्टाफ के लिए शुक्रवार को चिकित्सा विज्ञान संस्थान, बीएचयू के बाल रोग विभाग में तीन दिवसीय प्रशिक्षण शुरू किया गया। ताकि ये स्टाफ लेवल-1, 2 व 3 के बच्चों का उपचार कर सके।
प्रशिक्षण के शुरुआत में डीन रिसर्च प्रो. अशोक कुमार ने कार्यशाला के उद्देश, महत्ता और नवजात शिशु में कोरोना की पहचान एवं उपचार के संबध में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अगर शिशु या नवजात शिशु में मामूली भी लक्षण मिले तो जांच कर तत्काल उपचार करने की जरूरत है। साथ ही जरूरत पड़ने पर सही समय पर रेफर करना भी काफी लाभकारी होता है। एसएस अस्पताल के डीएमएस प्रो. सौरभ सिंह ने प्रतिभागियों काे मानवीय संवेदना सीखने एवं संवेदनशील होने की सलाह दी। बाल रोग विभाग के अध्यक्ष प्रो. राजनीति प्रसाद ने बताया कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर हम सभी को बहुत अधिक सतर्क एवं सावधान रहने की जरूरत है। प्रो. सुनील कुमार राव ने ने आक्सीजन, वेंटिलेटर, सी पैप, एचएफएनसी, स्टेरायड के उपयोग के बारे में जानकारी दी। इस दौरान स्टाफ नर्स को नर्सिंग केयर, आक्सीजन, आईसीयू का सैनिटाइजेशन, बच्चोें में कैनुला, नाक की नली डालना, वेंटिलेटर, सी पैप, एचएफएनसी में रखे बच्चों की देखभाल के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। इस मौके पर प्रो. विनीता गुप्ता, डा. अंकुर सिंह, डा. रिमझिम, डा. अभिषेक, डा. प्रियंका, डा. अनिल, डा. दिव्या आदि मौजूद थी।
5819 की जांच में सात पाजिटिव, 12 हुए ठीक
बीएचयू व मंडलीय हास्पिटल की लैब से गुरुवार को मिले 5819 सैंपलों के परिणाम में सात पाजिटिव मिले। नए मरीजों को होम आइसोलेशन का निर्देश देते हुए कमांड सेंटर से उनके स्वास्थ्य की निगरानी की जा रही है। होम आइसोलेशन के 12 मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आने पर उन्हेंं स्वस्थ घोषित कर दिया गया। जिले में अब तक 82303 पाजिटिव केस मिले हैं, जिनमें से 81461 स्वस्थ भी हो चुके हैं और 773 की मौत हुई है। वर्तमान में सक्रिय मरीजों की संख्या घटकर केवल 69 रह गई है। वहीं लैबों में 3154 सैंपल पेंडिंग हैं, जिनके परिणाम का इंतजार है।