अंतरराष्ट्रीय टॉय फेयर में शामिल होंगे केंद्रीय विद्यालय बीएचयू के विद्यार्थियों के बनाए खिलौने
भारतीय खिलौने को वैश्विक मैदान में उतारने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र ने देश की आजादी के 75 गौरवशाली वर्षों को रेखांकित करने के लिए साल 2022 तक एक नया आत्मनिर्भर भारत बनाने के अपने विजन को आगे बढ़ा रहे हैं।
वाराणसी, जेएनएन। भारतीय खिलौने को वैश्विक मैदान में उतारने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र ने देश की आजादी के 75 गौरवशाली वर्षों को रेखांकित करने के लिए साल 2022 तक एक नया आत्मनिर्भर भारत बनाने के अपने विजन को आगे बढ़ा रहे हैं। इसी विजन के तहत केंद्रीय विद्यालय, काशी हिंदू विश्वविद्यालय वाराणसी के छात्र-छात्राएं 'भारत खिलौना मेला 2021Ó के लिए बहुत खूबसूरत कलात्मक ज्ञानवर्धक खिलौना बनाया है। इसे 27 फरवरी से दो मार्च तक आयोजित होने वाले आन लाइन टाय फेयर में शामिल किया जाएगा।
इसके लिए विद्यालय की ओर से अॢचता मिश्रा, अगस्त्य, प्राप्ति, अनुत्तरा गुप्ता, दीपांजलि शर्मा, प्रियंका जाना, आस्था, राशि सिंह, समिता, प्रियांशी, शुभांगी, अदिति, अनुज कुमार, महिमा कुमारी, कुशाग्री सिंह, अदिति गुप्ता, अमन कुमार, साक्षी शर्मा, अंकिता गौतम आदि विद्यार्थियों ने खिलौने तैयार किए हैं। इसमें अपने बनारस की संस्कृति धरोहर लकड़ी उद्योग खिलौनों को बहुत ही कुशलता के साथ छात्रों ने दर्शाया है। इसके साथ कुछ डिजिटल खिलौने भी बनाए गए हैं।
विद्यालय के प्राचार्य डा. दिवाकर सिंह का कहना है इस तरह के कार्यक्रम से बच्चों में लोकल खिलौनों के प्रति जागरूकता ज्यादा बढ़ेगी। उसका प्रयोग अपने पठन-पाठन में उपयोगी ढंग से कर सकते है। सभी खिलौने तैयार करने में विद्यालय के कला शिक्षक कौशलेश कुमार का विशेष योगदान है।
विद्यालय की उप प्राचार्य विनीता सिंह का कहना है कि भारत का स्थानीय खिलौना और खेल उद्योग इन आकांक्षाओं को पूरा करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार है। देश को अपने समृद्ध और विविध खिलौना उत्पादन में सबसे हटकर खड़ा करने की कोशिशों में समय आ चुका है कि भारतीय खिलौनों के लिए साथ मिलकर काम किया जाए।