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Top Varanasi News Of The Day 22 July 2020 : 51 नए संक्रमित, रजिस्ट्री कार्यालय बंद, 15.5 लाख करोड़ का नुकसान

बनारस शहर की कई खबरों ने बुधवार यानी 22 जुलाई को सुर्खियां बटोरीं जानिए 7 बजे तक की शहर-ए-बनारस की पांच प्रमुख और चर्चित खबर।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Wed, 22 Jul 2020 07:04 PM (IST)Updated: Wed, 22 Jul 2020 07:04 PM (IST)
Top Varanasi News Of The Day 22 July 2020 :  51 नए संक्रमित, रजिस्ट्री कार्यालय बंद, 15.5 लाख करोड़ का नुकसान
Top Varanasi News Of The Day 22 July 2020 : 51 नए संक्रमित, रजिस्ट्री कार्यालय बंद, 15.5 लाख करोड़ का नुकसान

वाराणसी, जेएनएन। बनारस शहर की कई खबरों ने बुधवार यानी 22 जुलाई को सुर्खियां बटोरीं जिनमें 51 नए संक्रमित, रजिस्ट्री कार्यालय बंद, 15.5 लाख करोड़ का नुकसान, किर्गिस्तान का विमान रद, तुलसी की खेती से रोजगार आदि प्रमुख खबरें रहीं। जानिए शाम 7 बजे तक की शहर-ए-बनारस की पांच प्रमुख और चर्चित खबरें।

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Coronavirus Varanasi City News Update काशी में दो और कोरोना मरीजों की मौत, 51 नए संक्रमित

बनारस में कोरोना का कहर जारी है। रोज नए मरीजों के मिलने से काशीवासियों में अब भय का माहौल पैदा हो गया है। बुधवार को दोपहर तक 51 नए कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए हैं जबकि दो कोरोना मरीजों की मौत हो गई है। बीएचयू लैब से 353 रिपोर्ट के परिणाम प्राप्‍त किए गए जिनमें ये नए मरीज मिले हैं। इस प्रकार वाराणसी में अब कुल कोरोना मरीजों की संख्या 1530 हो गई है, जबकि 625 मरीज स्वस्थ होकर घर को लौट चुके हैं। वर्तमान में एक्टिव कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 869 है। जबकि 36 लोगों की अब तक मृत्यु हो चुकी है। एक दिन पूर्व कुल प्राप्त 1075 रिपोर्ट में से 93 नए कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए थे। वहीं कोरोना का इलाज करा रहे 40 मरीजों का सैंपल रिपोर्ट निगेटिव आने पर उन्हें स्वस्थ घोषित कर  डिस्चार्ज किया गया था।

वाराणसी में रजिस्ट्री कार्यालय अनिश्चितकाल के लिए बंद, कर्मी की मौत के बाद जिलाधिकारी ने दिया आदेश

रजिस्ट्री कार्यालय में कार्य कर रहे एक व्यक्ति की मौत के बाद परिसर को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है। बुधवार को दोपहर साढ़े 11 बजे अचानक कार्यालय बंद होने से खलबली मच गई। सहायक महानिरीक्षक निबंधन (एआइजी) सुरेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि रजिस्ट्रार चतुर्थ के कार्यालय में बाइंडर के रूप में व्यक्ति (52 वर्ष) कार्य कर रहा था। उसे खांसी की शिकायत पहले से थी। बीते मंगलवार को दोपहर में उसकी सांस फूलने लगी। उसे तत्काल डाक्टर के पास जाने को कहा गया। हालत खराब होने पर उसे बीएचयू के आइसीयू में भर्ती किया गया। आज उसकी दोपहर में मौत हो गई।

बीते 100 दिनों में रिटेल व्यापार को 15.5 लाख करोड़ का नुकसान, व्यापारियों की बढ़ी चिंता

खाद्य व्यापार मंडल के अध्यक्ष नवरतन राठी एवं कैट (कांफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स) एक्शन कमेटी के जिला प्रभारी गौरव राठी ने बुधवार को संयुक्त रूप से ऑनलाइन संवाद कर व्यापारियों को बताया कि देश में कोरोना महामारी के कारण पिछले 100 दिनों में खुदरा व्यापार को लगभग 15.5 लाख करोड़ रुपये के व्यापारिक घाटे का सामना करना पड़ा है। परिणामस्वरूप घरेलू व्यापार में लॉकडाउन खुलने के 45 दिनों के बाद भी व्यापारी वित्तीय संकट से गुजर रहे हैैं। जबकि दूसरी तरफ व्यापारियों को अनेक वित्तीय दायित्वों को भी पूरा करना है।

मौसम में खराबी के चलते किर्गिस्तान में फंसे छात्रों को काशी लाने वाला विमान रद

किर्गिस्तान से मेडिकल की पढ़ाई कर रहे छात्रों को लेकर बुधवार को आने वाला विमान मौसम में खराबी के चलते निरस्त कर दिया गया। विमान निरस्त किए जाने की आधिकारिक पुष्टि एयरपोर्ट के अधिकारियों द्वारा की गई है! वहीं इसे लेकर अभिनेता सोनू सूद ने भी ट्वीट किया है। मंगलवार को जारी शेड्यूल के अनुसार विमान पहले दोपहर 12:00 बजे किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में स्थित मानस इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरने के बाद बुधवार की सायं 3:50 बजे वाराणसी आने वाला था लेकिन सुबह में विमान को रीशेड्यूल कर दिया गया जो रात्रि 8:50 बजे वाराणसी एयरपोर्ट पर आने वाला था। इसके बाद बुधवार को दोपहर में वाराणसी एयरपोर्ट पर विमान निरस्त किए जाने की आधिकारिक सूचना आई। संभावना जताई जा रही है कि यह विमान गुरुवार को वाराणसी एयरपोर्ट पर आएगा। वहीं एयरपोर्ट के अधिकारियों का कहना है कि अब यह विमान कब आएगा, इसकी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं आई है।

वाराणसी के सेवापुरी में तुलसी की खेती पलायन रोकने में मददगार, प्रवासी श्रमिकों को मिल रहा रोजगार

काशी में प्रवासी श्रमिकों को अब तुलसी की खेती से रोजगार मिल गया है। अब वे वापस दूसरे प्रदेशों मे जाने को तैयार नहीं है। विश्व की सांस्कृतिक नगरी काशी से तीस किलो मीटर दूर सेवापुरी ब्‍लाक में वरुणा नदी के तट पर बसा गैरहां गांव को तुलसी की खेती नेे खुशहाल बना दिया है। तीन दर्जन से अधिक परिवार इसी खेती  से अपना जीवन आगे बढ़ा रहे हैं। सरकारी मदद नहीं मिलने के बाद भी गांव तरक्की के रास्ते पर चल पड़ा है। तुलसी की खेती ने नवयुवकों का गांव से पलायन ही नहीं रोका, बल्कि एक दर्जन से अधिक प्रवासी श्रमिकों को रोजगार भी मुहैया करा रहा है और इससे तीन दर्जन से अधिक परिवार जुड़ गए है।


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