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Tokyo Olympics : डाक टिकट पर अपनी फोटो देखकर प्रफुल्लित हुए भारतीय हाकी टीम के सदस्य ललित उपाध्याय

Tokyo Olympics-2020 में कांस्य पदक विजेता भारतीय हाकी टीम के सदस्य ललित उपाध्याय का सोमवार को विशेश्वरगंज प्रधान डाकघर में वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने सम्मान किया। इस दौरान उन्होंने ललित उपाध्याय को माई स्टैम्प भेंट किया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Mon, 06 Sep 2021 08:54 PM (IST)Updated: Mon, 06 Sep 2021 08:54 PM (IST)
Tokyo Olympics : डाक टिकट पर अपनी फोटो देखकर प्रफुल्लित हुए भारतीय हाकी टीम के सदस्य ललित उपाध्याय
ललित उपाध्याय का सोमवार को विशेश्वरगंज प्रधान डाकघर में वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने सम्मान किया।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। टोक्यो ओलिंपिक-2020 में कांस्य पदक विजेता भारतीय हाकी टीम के सदस्य ललित उपाध्याय का सोमवार को विशेश्वरगंज प्रधान डाकघर में वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने सम्मान किया। इस दौरान उन्होंने ललित उपाध्याय को माई स्टैम्प भेंट किया। ललित डाक टिकट पर अपनी फोटो देखकर प्रफुल्लित हुए। इस अवसर पर उनकी माता रीता उपाध्याय, पिता सतीश उपाध्याय, कोच परमानंद मिश्र को भी डाक विभाग की ओर से सम्मानित किया गया। पोस्ट मास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि काशी की धरा साहित्य, कला, संस्कृति, शिक्षा, अध्यात्म के लिए ही नहीं जानी जाती बल्कि खेल के क्षेत्र में भी राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय उपलब्धियों के लिए जानी जाती है। इसे ललित उपाध्याय ने साबित किया है। ओलिंपियन ललित उपाध्याय ने सम्मान से अभिभूत होकर डाक विभाग का आभार व्यक्त किया। उन्होंने युवाओं से कहा कि सफलता का कोई शार्टकट नहीं है।

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ओलंपियन ललित उपाध्याय ने अपने सम्मान से अभिभूत होकर सर्वप्रथम डाक विभाग का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि, दृढ़ इच्छाशक्ति और मेहनत की बदौलत कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है। 41 वर्षों बाद भारतीय हॉकी टीम का ओलिम्पिक में पदक जीतना बेहद आनंददायक और उत्साहवर्धक है। जिस तरह से वाराणसी और उत्तर प्रदेश में हॉकी का विकास हो रहा है, निश्चय ही अगले कुछ दिनों में यहाँ से और अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी निकलेंगे। बनारस के लोगों ने हमेशा मुझे बहुत प्यार और सम्मान दिया, यह पवित्र धरती मुझे सदैव कुछ नया करने की प्रेरणा देती है। उन्होंने युवाओं से कहा कि, सफलता का कोई शार्टकट नहीं होता। युवा खिलाड़ी बस अपने खेल, शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य पर अच्छे से ध्यान दें, तभी तरक्की के रास्ते भी खुलेंगे।

ललित की मां रीता उपाध्याय, पिता सतीश उपाध्याय और उनके कोच परमानंद मिश्र को भी इस अवसर पर सम्मानित किया गया। डाक टिकट पर अपना चित्र देखकर ललित और उनके परिजन बेहद प्रफुल्लित नजर आये और डाक विभाग का शुक्रिया अदा किया। गौरतलब है कि, ललित उपाध्याय टोक्यो जाने वाली हॉकी ओलिंपिक टीम में उत्तर प्रदेश से भी एकमात्र खिलाड़ी रहे।

इस दौरान मुख्य रूप से पूर्वी मंडल के प्रवर डाकघर अधीक्षक राजन राव, सीनियर पोस्टमास्टर चंद्रशेखर सिंह बरुआ, पश्चिमी मंडल के डाकघर अधीक्षक कृष्ण चंद्र, सहायक निदेशक राम मिलन, संजय कुमार वर्मा, सहायक डाक अधीक्षक पंकज श्रीवास्तव, सुरेश चंद्र, डाक निरीक्षक बलबीर सिंह, नरेश बारा, श्रीकांत पाल, वीएन द्विवेदी, सी. अनिथा, राजेंद्र यादव, राहुल कुमार, एसपी गुप्ता थे।


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