Move to Jagran APP

ट्रेनों को रफ्तार देने के लिए नए वर्ष में वाराणसी कैंट स्टेशन के बाहर से निकल जाएंगी मालगाड़ियां

नए साल में कैंट स्टेशन को बाइपास लाइन की सौगात मिलेगी। लाभ यह होगा कि मालगाड़ियां परिसर में प्रवेश किए बिना बाहर से ही निकल जाएंगी। तीसरी और चौथी लाइन बिछाने का कार्य अंतिम चरण में है। इसे डीएफसी (डेडिकेटेड फ्रेट कारिडोर) के ब्रांच लाइन से जोड़ दिया जाएगा।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Thu, 30 Dec 2021 08:54 PM (IST)Updated: Fri, 31 Dec 2021 09:05 AM (IST)
ट्रेनों को रफ्तार देने के लिए नए वर्ष में वाराणसी कैंट स्टेशन के बाहर से निकल जाएंगी मालगाड़ियां
नए साल में कैंट स्टेशन को बाइपास लाइन की सौगात मिलेगी।

वाराणसी, अनूप अग्रहरि। नए साल में कैंट स्टेशन को बाइपास लाइन की सौगात मिलेगी। लाभ यह होगा कि मालगाड़ियां परिसर में प्रवेश किए बिना बाहर से ही निकल जाएंगी। तीसरी और चौथी लाइन बिछाने का कार्य अंतिम चरण में है। इसे डीएफसी (डेडिकेटेड फ्रेट कारिडोर) के ब्रांच लाइन से जोड़ दिया जाएगा। उधर, गंगा नदी पर प्रस्तावित सिग्नेचर ब्रिज का डीपीआर कार्यदायी संस्था एनएचएआइ की ओर से तैयार होने के साथ काम की रफ्तार में और तेजी आएगी।

loksabha election banner

रिमाडलिंग के तहत कैंट स्टेशन स्थित द्वितीय प्रवेश द्वार छोर पर एक बाइपास लाइन बनाने की योजना बनाई गई थी। योजना के तीसरे चरण में अंधरापुल तक तीसरी और चौथी लाइन बिछाने का कार्य अंतिम दौर में है। पहले चरण में शिवपुर से कैंट स्टेशन तक गुड्स लाइन बिछाई जा चुकी है। इस परियोजना से यात्री गाड़ियों का परिचालन प्रभावित नहीं होगा। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के निरीक्षण दौरे के बाद दो दिन पूर्व आरएलडीए (रेल लैंड डेवलप अथारिटी) ने वाइस चेयरमैन वेद प्रकाश मिश्र ने प्रस्तावित परियोजना का स्थलीय मुआयना किया था।

2023 तक बदल जाएगा द्वितीय प्रवेश द्वार

रिमाडलिंग के तहत विकसित कैंट स्टेशन के द्वितीय प्रवेश द्वार पर प्रस्तावित परियोजनाएं वर्ष 2023 तक मूर्तरूप लेने लगेंगी। छावनी क्षेत्र में बाधक बने अतिक्रमण से मुक्ति मिलते ही रेलवे प्रशासन ने तीसरे चरण के विकास कार्यों को आकार देना शुरू कर दिया है। अब वरुणापार इलाके के लोगों को ट्रेन पकड़ने के लिए लंबा रास्ता तय नही करना पड़ेगा। 5.68 करोड़ की लागत से प्रस्तावित परियोजनाओं में शामिल द्वितीय प्रवेश द्वार को मेट्रो सिटीज के स्टेशन की तरह विकसित किया जा रहा है। यहां कई परियोजनाएं प्रस्तावित हैं।

सुविधायुक्त बनेगी डबल स्टोरी बिल्डिंग

द्वितीय प्रवेश द्वार के विस्तार कार्य के तहत यहां एक दो मंजिला भवन भी बनाया जा रहा है। इसमें टिकट बुकिंग काउंटर, खानपान स्टाल, यात्री विश्राम कक्ष, लाउंज और शौचालय भी होंगे। इसी भवन में मनोरंजन का साधन भी उपलब्ध कराया जाएगा।

सीडीओ कांप्लेक्स तैयार

द्वितीय प्रवेश द्वार पर सीडीओ कांप्लेक्स बनकर तैयार हो चुका है। यहां यार्ड के सभी कार्यालयों को शिफ्ट किया जाएगा। यांत्रिक विभाग और विद्युत विभाग के दफ्तर एक ही छत के नीचे काम करेंगे।

तीन महीने में नए प्लेटफार्म तैयार

तीन महीने के अंदर प्लेटफार्म नंबर 10 और 11 बनकर तैयार हो जाएगा। आधार कार्य पूरा हो चुका है, प्लेटफार्म की लंबाई को लेकर कुछ कार्य शेष रह गए हैं। नवनिर्मित भवन में आरआरआइ स्थापित होने के बाद नए प्लेटफार्म से भी गाड़ियों का संचालन शुरू हो जाएगा।

चौड़े होंगे प्लेटफार्म

कोविड काल के चलते प्रभावित प्लेटफार्म नंबर दो और तीन के चौड़ीकरण का काम आगामी वर्ष में पूरा करने का लक्ष्य है। इंटरलाकिंग से पहले स्थानीय प्रशासन ने रिपोर्ट बनाकर लखनऊ मुख्यालय भेज दिया है। अनुमति मिलते ही प्लेटफार्म के चौड़ीकरण का काम शुरू हो जाएगा।

बाइपास लाइन बिछाने का काम तेजी से चल रहा है

बाइपास लाइन बिछाने का काम तेजी से चल रहा है। इसे तय समय में पूरा करने का लक्ष्य है। नए साल में यह परियोजना मूर्तरूप ले लेगी।

- सपना मीणा, एक्सईएन (निर्माण विभाग)


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.