संक्रमितों का एंबुलेंस में बीत रहा तीन से चार घंटे, अस्पताल प्रशासन मानने को तैयार नहीं
वाराणसी में संक्रमितों का एंबुलेंस में बीत रहा तीन से चार घंटे। बीएचयू अस्पताल में देर रात तक खड़ी रही है एंबुलेंस 108।
वाराणसी, जेएनएन। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कोरोना मरीजों का दो से तीन घंटे एंबुलेंस में ही बीत रहा है। गंभीर मरीजों को बीएचयू अस्पताल में भर्ती कराने के लिए एंबुलेंस जा रही है तो वहां, कोरम पूरा करने में घंटों बीत रहा है। इससे एंबुलेंस भी जल्दी खाली नहीं हो रही जिससे दूसरे मरीज भी इंतजार कर रहे। वायरल वीडियो में अस्पताल परिसर में चार एंबुलेंस खड़ी नजर आ रही है। सभी में कोरोना संक्रमित लेटे हैं। अधिकतर की स्थिति गंभीर है। वीडियो बनाने वाला जब उनका हाल पूछता है तो संक्रमितों की व्यथा सामने आती है। इसके दो मरीजों ने बताया कि उनको पं. दीनदयाल अस्पताल से बीएचयू भेजा गया था लेकिन तीन घंटे हो गए और उनको अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया। इस मामले को लेकर प्रो. बीएचयू अस्पताल के एमएस एसके माथुर ने बताया कि मैंने फिलहाल वीडियो नहीं देखा है। लेवल-थ्री अस्पताल में मरीज को भर्ती करने से पहले उसके डाक्यूमेंट चेक करना जरूरी है। कई बार सामान्य बीमारी के गंभीर मरीज भी यहां पहुंच जा रहे हैं। ऐसे में एहतियात बरता जा रहा है कि वह वाकई वे कोरोना मरीज हैं या नहीं। 16 जुलाई को मरीजों की संख्या अधिक थी, थोड़ा विलंब संभव है। बावजूद इसके सभी को भर्ती कर लिया गया था।
कोरोना संक्रमित मरीज कर रहा गांव में मार्निंग वॉक
कोरोना संक्रमितों की संख्या में इजाफा होने के साथ ही स्वास्थ्य महकमा की व्यवस्थाएं बौनी साबित होने लगी हैं। हालात ऐसे बन गए हैं कि रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद भी उनको अस्पताल में भर्ती नहीं कराया जा रहा है। इसका खामियाजा इलाकाई लोगों को भुगतना पड़ सकता है, क्योंकि सारनाथ के सुल्तानपुर गांव में पॉजिटिव आया मरीज रोज सुबह मार्निंग वॉक कर रहा है। ग्रामीण भयभीत हैं। अपने घरों के दरवाजे बंद कर दिए हैं। बच्चे, बुढ़े बाहर नहीं निकल रहे हैं जबकि कोरोना संक्रमित के परिवारीजन से उसे घर में ही रहने के लिए अनुरोध कर रहे हैं। इसके अलावा सीएमओ डा. वीबी सिंह समेत कंट्रोल रूम को भी फोन किया गया लेकिन शनिवार की देर रात तक एंबुलेंस नहीं पहुंची।