रामनगर में गंगा में नहाते समय तीन किशोरों की डूबने से मौत, परिवार में मचा हाहाकार
रामनगर थाना क्षेत्र के कोदोपुर वार्ड के सामने गंगा नदी में स्नान कर रहे पांच में से तीन किशोरों के डूबने से सनसनी फैल गई।
वाराणसी, जेएनएन। रामनगर थाना क्षेत्र के थाना क्षेत्र के कोदोपुर वार्ड के सामने गंगा नदी में स्नान कर रहे पांच में से तीन किशोरों की डूबने से मौत हो गई। यह खबर जैसे ही नगर में पहुची सनसनी फैल गई। वहीं किशोरों के परिवार की तो पैरों तले मानो जमीन खिसक गई। रोते बिलखते परिजन मौके पर पहुंच गए। मौके पर गोताखोरों संग पहुचीं पुलिस तथा पीएसी व एनडीआरएफ की टीम ने सभी किशोरों को मात्र 20 मिनट में ही खोज निकाला। किशोरों के डूबे काफी समय होने के कारण सभी की मौत हो गई थी। हालांकि तसल्ली के लिए एक किशोर की सांस चलने की आशंका पल उसे अस्पताल ले जाया गया। एनडीआरएफ ने सभी को ट्रामा सेंटर ले गई। जहां डाक्टर ने मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी होते ही काफी संख्या में नगरवासी मौके पर एकत्रित हो गए।
मूल रूप से बलिया मे उसरौली के चितबड़ागांव निवासी आरक्षी राजेश कुमार सिंह 36वीं वाहिंनी पीएसी मे उपसेनानायक राकेश कुमार सिंह का गाड़ी चलाते हैं। आरक्षी का एकलौता बेटा सूर्य प्रताप सिंह (14) कोदोपुर निवासी पियूष मिश्रा (14) पुत्र महेश मिश्रा तथा कटेसर निवासी प्रियांशु पटेल (14) पुत्र मनोज कुमार सिंह के अलावा दो अन्य साथी छुट्टी का दिन होने के वजह से पांचों दोस्त सुबह पीएसी ग्राउंड पर बैंटमिंटन खेलने के बाद सभी एक साथ स्नान करने गंगा नदी चले गए थे। स्नान करते हुए तीनों गहरे पानी में चले गए। नहाते समय तीन डूब गए तो बाकी साथियों ने शोर मचाना शुरु किया। सूचना पाकर बचाव कार्य शुरु किया गया। लेकिन किसी को बचाया नहीं जा सका।
तीनों किशोर थे परिवार में एकलौते पुत्र
रविवार की सुबह गंगा स्नान करते हुए पानी में में डूबने से तीन किशोर की मौत हो गई। तीनों किशोर अपने परिवार में एकलौते पुत्र थे। तीनों एक ही विद्यालय में और एक ही कक्षा में पढ़ाई करते थे। काफी गहरी दोस्ती थी। तीनों किशोरों की मौत से जहां तीन परिवार का चिराग बुझ गया वहीं उनके मौत से परिवार ही नहीं पूरे नगर में गम की लहर दौड़ गई। आसपास के लोगों की माने तो तीनों किशोर की चंचलता जहां समान थी वही तीनों पढ़ने में भी काफी अच्छे थे।
बेटे की मौत पर बिलखे सिपाही पिता
बेटे की गंगा में डूबने की खबर सुनते ही चंदौली डयूटी मे गए राजेश सिंह फौरन घटना स्थल के लिए रवाना हुए।मौके पर पहुंचे तो सिपाही का जिगर रखने वाले राजेश काफी देर तक खुद तो संभाले रहे लेकिन जैसे जैसे समय बीतता रहा उनकी भी हिम्मत जवाब दे गई और दहाड़े मारकर रोने लगे। चीख रहे थे कि संसार लुट गया किसके सहारे जियेंगे। साथी सिपाही ढ़ाढस बंधाते रहें। लेकिन जैसे ही एनडीआरएफ ने पहले किशोर को बाहर निकाले वह सूर्य प्रताप सिंह का ही निकला। हालांकि सांस चलने की आशंका हुई। लोग अस्पताल लेकर भागे लेकिन नही बचाया जा सका।
गोताखोरों की रहीं अहम भूमिका
गंगा में डूबे किशोरों को ढूढ़ने मे एनडीआरएफ, पीएसी के साथ ही स्थानीय गोताखोर राहुल साहनी, विंध्यवासिनी साहनी, रोहित साहनी, विशाल व विक्की की भी अहम भूमिका रही।
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