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UP: बलिया में इस बार नहीं लगेगा ऐतिहासिक ददरी मेला, कोरोना संकट के कारण लिया गया निर्णय

कोरोना के संक्रमण के कारण इस बार बलिया जिला प्रशासन ने ददरी मेला स्थगित करने का निर्णय लिया है। ददरी मेले के आयोजन को लेकर कलेक्ट्रेट सभागार में गुरुवार की देर शाम बैठक हुई। कोविड-19 को देखते हुए मिले सुझावों के आधार पर मेला स्थगित करने का निर्णय लिया गया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Thu, 05 Nov 2020 07:36 PM (IST)Updated: Thu, 05 Nov 2020 08:51 PM (IST)
UP: बलिया में इस बार नहीं लगेगा ऐतिहासिक ददरी मेला, कोरोना संकट के कारण लिया गया निर्णय
बलिया, कलेक्ट्रेट में ददरी मेला संबंधित बैठक को संबोधित करते डीएम श्रीहरि प्रताप शाही।

बलिया, जेएनएन। कोरोना के संक्रमण के कारण इस बार जिला प्रशासन ने ददरी मेला स्थगित करने का निर्णय लिया है। गुरुवार की देर शाम प्रशासन की ओर से लिए गए निर्णय के बाद कई संगठनों के स्वर मुखर होने लगे हैं। फैसले के विरोध में संगठनों ने आंदोलन की चेतावनी दी है।

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ददरी मेले के आयोजन को लेकर कलेक्ट्रेट सभागार में गुरुवार की देर शाम बैठक हुई। इसमें कोविड-19 को देखते हुए मिले सुझावों के आधार पर इस वर्ष मेला स्थगित करने का निर्णय लिया गया। डीएम एसपी शाही ने कहा कि ददरी मेला जैसे वृहद आयेजन में कोविड प्रोटोकाल का शत प्रतिशत अनुपालन मुश्किल होगा। हार हाल में वहां लोगों की काफी भीड़ होगी जिसे रोक पाना संभव नहीं होगा। ऐसे में मेला आयोजित कर बाद में जिले को लॉकडाउन की स्थिति में ले जाना उचित नहीं होगा। कहा कि कार्तिक पूर्णिमा स्नान का कार्यक्रम होगा, पर उस दिन किसी प्रकार का सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होगा।

बताया कि कुछ देशों में फिर कोरोना महामारी ने वापसी की है। ठंडी के दिनों में संक्रमण बढऩे की संभावना जताई जा रही है। जुलाई-अगस्त में जनपद की स्थिति काफी खराब थी जो अब सुधार में है। पर हम पूरी तरह सुरक्षित नहीं हैं। अभी भी जिलेे में दो सौ से अधिक कंटेंमेंट जोन हैं। कहा कि आमजन की सुरक्षा के लिए बहुत सारी गतिविधियों पर विराम लगा। महावीरी जुलूस, मथुरा का गोवर्धन मेला, गढ़ मेला जैसी पारंपरिक गतिविधियां स्थगित हुईं। इसलिए लोगों की सुरक्षा के लिए मेला नहीं कराया जाना ही उचित होगा। इस मौके पर सीआरओ विवेक श्रीवास्तव, एडीएम रामआसरे, एसडीएम सदर राजेश यादव, डिप्टी कलेक्टर सर्वेश यादव, सीओ सिटी अरुण सिंह, नपा चेयरमैन अजय कुमार, ईओ दिनेश विश्वकर्मा आदि मौजूद थे।

राजकीय मेला घोषित कराने का होगा प्रयास

ददरी मेले को राजकीय मेला घोषित करने की मांग को लेकर कहा कि इसका पूरा प्रयास किया जाएगा। शासन स्तर से बात हुई है। इससे सम्बन्धित प्रारूप मंगवाया गया है, जिस पर जरूरी विवरण भरकर भेजा जाएगा। इसके बाद जनप्रतिनिधि व आधिकारिक स्तर पर पहल कर  ददरी मेला को राजकीय मेला घोषित कराया जाएगा। 

बलिया गान बनवाने को लेकर दिए सुझाव

जिलाधिकारी ने बलिया पर आधारित कोई गीत बलिया गान लिखवाने की सलाह दी। कहा कि ददरी मेला के खाली समय में उक्त गीत  लिखवाया जाए। फिर उसे सोशल सस्टेज पर बेहतर गीत चुनने के लिए वोङ्क्षटग कराई जाए। सबसे बेहतर तीन गीतों में सबसे बेहतर गीत को बलिया गान के लिए चयनित किया जाए। बताया कि बलिया गान के ख्यनित गीत के लेखक को एक लाख का पुरस्कार भी दिया जाएगा।


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