चोरों ने मंदिर का ताला तोड़कर भगवान कृष्ण की मूर्ति उड़ाई, सीसीटीवी में चोरी करते चार चोर कैद
चार अज्ञात चोरों ने मंगलवार की रात काशी इंस्टीट्यूट आंफ टेक्नोलॉजी (केआईटी) परिसर स्थित मंदिर का ताला तोड़ पीतल की बनी भगवान कृष्ण की एक छोटी मूर्ति समेत बांसुरी और दानपात्र चुरा ले गए। चोरी की जानकारी सुबह हुई तो लोगों के होश उड़ गए।
वाराणसी, जेएनएन। चार अज्ञात चोरों ने मंगलवार की रात काशी इंस्टीट्यूट आंफ टेक्नोलॉजी (केआईटी) परिसर स्थित मंदिर का ताला तोड़ पीतल की बनी भगवान कृष्ण की एक छोटी मूर्ति समेत बांसुरी और दानपात्र चुरा ले गए। चोरी की जानकारी सुबह हुई तो लोगों के होश उड़ गए। दानपात्र कुछ दूरी पर बगीचे में टूटा पड़ा मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने पहुंचकर इस बाबत जांच- पड़ताल की। वहीं सीसीटीवी कैमरे के फुटेज में चोरी करते चार चोर नजर आ रहे हैं। केआईटी के निदेशक ड़ा.ए.के. सक्सेना ने चोरी की बाबत पुलिस को सुबह तहरीर दी।
वहीं परिसर में मौजूद लोगों के अनुसार मिर्जामुराद कस्बा के निकट हाइवे किनारे काशी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी कालेज है।
मुख्य भवन व गेट के निकट ही परिसर के अंदर करीब तीन वर्ष पूर्व एक मंदिर बना है। मंदिर में महावीर स्वामी (जय जिनेन्द्र), कृष्ण -राधा, राम -सीता, गणेश, शिव भगवान, बजरंग बली समेत कई देवी- देवताओं की संगमरमर की मूर्ति स्थापित है। चहारदीवारी फांद कर घुसे चोर मंदिर में एक पालने में पीतल की रही कृष्ण भगवान (लड्डू गोपाल) की छोटी मूर्ति समेत बगल में संगमरमर की मूर्ति में लगे सफेद रंग की बांसुरी व लोहे का दानपात्र चुरा ले गए। मुख्य गेट के पास सिक्योरिटी गार्ड लगे रहे, पर मंदिर की ओर उनका ध्यान नही गया।
सोने व चांदी के भ्रम में चोरी
स्थानीय लोगों के अनुसर पीतल की छोटी मूर्ति को सोने की मूर्ति होने व सफेद रंग की बांसुरी को चांदी का समझ चोरों ने चोरी की घटना को अंजाम दिए। शायद उनको वास्तविकता का अंदाजा नहीं था।
राधा-कृष्ण की चोरी हुई मूर्ति का नही लगा सुराग
मिर्जामुराद थाना से मात्र दो सौ मीटर पीछे गौर गांव में 23 सितम्बर 2019 की रात प्राचीन मंदिर का ताला तोड़ चोरी हुई राधा-कृष्ण की कीमती मूर्ति का आज तक सुराग नही मिल सका। चोरी गई कृष्ण की मूर्ति अष्टधातु की रही।