सोनभद्र में ध्वस्त हो सकता है लौवा नदी का अस्थाई रपटा, सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात
बीड़र गांव के समीप लौवा नदी पर महीने भर की मशक्कत के बाद बीते माह छोटे वाहनों के लिए खोले गये अस्थाई रपटा पर एक बार फिर संकट के बादल मंडराने लगे। भारी बारिश की वजह से शनिवार की शाम लौवा नदी रपटे के ऊपरी छोर को छूने लगी।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र। नेशनल हाइवे 75 ई के बीड़र गांव के समीप लौवा नदी पर महीने भर की मशक्कत के बाद बीते माह छोटे वाहनों के लिए खोले गये अस्थाई रपटा पर एक बार फिर संकट के बादल मंडराने लगे। भारी बारिश की वजह से शनिवार की शाम लौवा नदी रपटे के ऊपरी छोर को छूने लगी।
नदी के विकराल स्वरूप को देखते हुए मौके पर पहुंचे कोतवाल पंकज सिंह ने तत्काल खतरनाक रूप ले रहे रपटे पर आवाजाही के लिए पूरी तरह से प्रतिबंधित करते हुए तमाशबीनो को खदेड़ना शुरू किया। शाम करीब छह बजे तक उसकी स्थिति काफी खतरनाक बनी हुई थी। वस्तु स्थिति से स्थानीय प्रशासन ने संबंधित अधिकारियों को अवगत कराते हुए पैदल चलने वालों के भी आवाजाही पर रोक लगा दिया गया।
बताते चले कि इसके पूर्व बीते 18 जून को रपटा टूटने से करीब माहभर रीवा-रांची राष्ट्रीय मार्ग की रफ्तनी इस रूट पर ठप हो गई। दुद्धी से हाथीनाला की ओर जाने वाले वाहनों को तहसील मुख्यालय के म्योरपुर तिराहे से वाया आश्रम मोड़ होते हुए मूर्धवा की ओर भेजा जा रहा है। वहीं हाथीनाला से दुद्धी की ओर आने वाले वाहनों को हाथीनाला पुलिस द्वारा रेनुकूट की ओर भेजने की व्यवस्था बनाई गई है। मौके पर सुरक्षा की दृष्टिकोण से पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। जिससे लोगों को खतरनाक रास्ते पर जाने से रोका जा सके।