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मां विंध्‍यवासिनी दरबार में आस्‍था की डगर पर बिखरी अलौकिक छटा, जयकारे से गूंजा विंध्यधाम

मां विंध्यवासिनी मंदिर का कपाट खुलते ही सोमवार को जयकारे से विंध्यधाम गुंजायमान हो उठा। सैलाब ऐसा उमड़ा कि मानो श्रद्धालुओं को मां ने विध्यधाम बुलाया हो। कोई गोद में बच्चे को लेकर आस्था के पथ बढ़ते जा रहा था तो कोई प्रसाद लेकर मंदिर की ओर चल पड़ा था।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Mon, 07 Jun 2021 08:52 PM (IST)Updated: Mon, 07 Jun 2021 08:52 PM (IST)
मां विंध्‍यवासिनी दरबार में आस्‍था की डगर पर बिखरी अलौकिक छटा, जयकारे से गूंजा विंध्यधाम
मां विंध्यवासिनी मंदिर का कपाट खुलते ही सोमवार को जयकारे से विंध्यधाम गुंजायमान हो उठा।

मीरजापुर, जेएनएन। मां विंध्यवासिनी मंदिर का कपाट खुलते ही सोमवार को जयकारे से विंध्यधाम गुंजायमान हो उठा। हर तरफ आस्था का ऐसा सैलाब उमड़ा कि मानो श्रद्धालुओं को मां ने विंध्यधाम बुलाया हो। सभी श्रद्धालु आस्था में लीन दिखे। कोई गोद में बच्चे को लेकर आस्था के पथ बढ़ते जा रहा था तो कोई प्रसाद लेकर मंदिर की ओर चल पड़ा था। कोरोना संक्रमण के बीच सोमवार को सबसे अधिक भीड़ रही। कोरोना कर्फ्यू की वजह से मंदिर बंद होने के कारण श्रद्धालु काफी मायूस थे, फिर भी मां के दर पर मत्था टेकने जरूर आते थे।

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मुंडन मुहूर्त व मांगलिक कार्यक्रम का सीजन होने के नाते विंध्यधाम में सोमवार को श्रद्धालुओं की अधिक भी़ड दिखी। मां विंध्यवासिनी के जयकारे से विंध्यधाम गुंजायमान हो उठा। क्या बूढ़े, क्या बच्चे, क्या महिलाएं हर कोई मां का दर्शन करने को बेताब दिखा। तरह-तरह के फूलों व आभूषणों से किया गया मां विंध्यवासिनी का भव्य श्रृंगार अलौकिक छटा बिखेर रहा था। मां का दर्शन पाकर श्रद्धालु अभिभूत हो उठे। घंटा-घडिय़ाल, शंख, नगाड़ा और माता के जयकारे से विंध्यधाम देवीमय हो रहा था। सुबह से शाम तक दर्शन-पूजन का दौर चलता रहा। माला-फूल, प्रसाद लिए श्रद्धालु माता का जयघोष करते आगे बढ़ते जा रहे थे।

किसी ने झांकी से तो किसी ने गर्भगृह पहुंच मां के श्रीचरणों में मत्था टेका। गंगा घाटों पर भी स्नान करने के लिए स्नानार्थियों का तांता लगा रहा और मुंडन संस्कार भी कराया गया। इससे कोरोना के चलते आर्थिक संकट से जूझ रहे नाई समाज को मदद मिली। वहीं माला-फूल, प्रसाद के दुकानदार भी काफी खुश दिखे। पुरोहितों के मकान में भी कड़ाही चढ़ाने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ दिखी। माता का दर्शन-पूजन करने के बाद महिलाओं और पुरुषों ने विंध्याचल की गलियों में सजी दुकानों से अपने जरूरत की वस्तुएं खरीदी। दर्शनार्थियों की भारी भीड़ को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। बरतर तिराहा पर पीएसी तो मंदिर के आसपास पुलिस बल तैनात था। मंदिर खुलने पर श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने से दुकानदार, तीर्थ पुरोहित व वाहन स्टैंड स्वामी काफी खुश दिखे।

बरतर तिराहा, बंगाली तिराहा वाहन स्टैंड पूरी तरह बुक था। विंध्य कारिडोर निर्माण के लिए तोड़-फोड़ के बाद फैले मलबे से श्रद्धालुओं को कष्ट उठानी पड़ी, लेकिन आस्था के आगे सब फीका रहा। हालांकि विंध्य कारिडोर की झलक देख श्रद्धालु काफी प्रसन्न दिखे और सेल्फी भी लिया। हर कोई सीएम योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट को काफी सराहा। कहने लगे कि कारिडोर बनने से पहले ही विंध्यधाम बदला-बदला नजर आने लगा है। कारिडाेर बनने से तंग गलियां तो दूर होंगी ही, मां विंध्यवासिनी का दर्शन भी और सुगमता से हो सकेगा।


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