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Varanasi में घुलेगा Mithila की लोक संस्कृति का चटख रंग, गीत संगीत के जरिए सजेगी परंपराओं की झांकी

मैथिल समाज उत्तर प्रदेश के इस आयोजन में गीत -संगीत के जरिए मिथिला का लोकरंग जीवंत परंपराओं के संग धर्म नगरी की धरती पर उतर आएगा। इस बार विश्व प्रसिद्ध मिथिला पेंटिंग के साथ ही सिक्की पेंटिंग और पाग के स्टाल भी खास होंगे।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Fri, 18 Dec 2020 10:40 AM (IST)Updated: Fri, 18 Dec 2020 05:45 PM (IST)
Varanasi में घुलेगा Mithila की लोक संस्कृति का चटख रंग, गीत संगीत के जरिए सजेगी परंपराओं की झांकी
मिथिला का लोकरंग जीवंत परंपराओं के संग धर्म नगरी की धरती पर उतर आएगा।

वाराणसी, जेएनएन। भारतीय साहित्य की भक्ति और श्रृंगार परंपरा के प्रमुख स्तंभों में एक कवि विद्यापति की स्मृतियों के झरोखे से बनारस में मिथिला की लोक संस्कृति का चटख रंग निखरेगा। हिंदी साहित्य की तीर्थ कही जाने वाली नागरी प्रचारिणी सभा काशी में 19 व 20 दिसंबर को दोपहर दो बजे से महाकवि विद्यापति महोत्सव मनाया जाएगा। मैथिल समाज उत्तर प्रदेश के इस आयोजन में गीत -संगीत के जरिए मिथिला का लोकरंग जीवंत परंपराओं के संग धर्म नगरी की धरती पर उतर आएगा। इस बार विश्व प्रसिद्ध मिथिला पेंटिंग के साथ ही सिक्की पेंटिंग और पाग के स्टाल भी खास होंगे।

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लोक रंग : पहले दिन डा. विजय कपूर तो सुर लगाएंगे ही उनके संयोजन में खुशबू झा व पूर्णिमा झा मैथिली लोकगीतों को सुरों में पिरो कर मुग्ध करेंगी और भावों से भरेंगी। दूसरे दिन डा. जया राय व सुरभि सुंदरी के निर्देशन में मिथिला का लोकनृत्य सामा- चकेवा, झिझिया, जट-जटिन के साथ ही लोक महापर्व डाला छठ के भावों को सहेजे नृत्य मंच पर उतरेगा। महाकवि विद्यापति कीरचनाओं को डा. विजय कपूर, आराधना कुमारी, श्रेया दत्ता, रंजना दत्ता, सृष्टि दत्ता व प्रज्ञा प्रिया सुरों में सजाएंगे।

मिथिला मोद : पहले दिन मैथिली की प्रथम पत्रिका मिथिला-मोद के पुन:प्रकाशन के बाद के पांचवां अंक भी हर हाथ में होगा। बतौर मुख्य अतिथि स्टांप एवं निबंधन राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार रवीन्द्र जायसवाल, रोहनिया विधायक सुरेन्द्र नारायण सिंह, एमएलसी लक्ष्मण आचार्य, यूनियन बैंक के डीजीएम विकास कुमार सिन्हा, वैद्य डा. आशुतोष यादव व पत्रकार सुभाष शर्मा इसका लोकार्पण करेंगे। अध्यक्षता बीएचयू के प्रो. आरआर झा करेंगे। दूसरे दिन धर्मार्थ, संस्कृति व पर्यटन मंत्री डा. नीलकंठ तिवारी और बिहार के पर्यटन मंत्री जीवेश कुमार मुख्य अतिथि होंगे। अध्यक्षता प्रो. यूके चौधरी करेंगे।

कोरोना दिशा निर्देशों का पालन

कार्यक्रम संयोजक गौतम कुमार झा एडवोकेट व डा. कमलेश झा ने बताया कि इस बार कोराना महामारी को देखते हुए महाकवि विद्यापति महोत्सव सादगी से मनाया जाएगा। सभी लोग मास्क लगा कर आएंगे और हाथ सैनिटाइज कराया जाएगा।


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