टीईटी : प्रश्न पत्र ने चेहरा खिलाया लेकिन शिक्षा शास्त्र और गणित ने परीक्षार्थियों को उलझाया
यूपी टीईटी की परीक्षा दोबारा रविवार को जनपद के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा के बीच कराई गई। परीक्षा शुरू होने से आधे घंटे पूर्व परीक्षा केंद्र पर उपस्थित होने के निर्देश का कड़ाई से पालन कराया गया।
जागरण संवाददाता, वाराणसी : यूपी टीईटी की परीक्षा में रविवार को शामिल अधिकांश परीक्षार्थियों में उत्साह देखा गया। परीक्षा केंद्र से निकलते हुए इनके खिले चेहरे बता रहे थे कि इस बार इन्हें परीक्षा में उत्तीर्ण होने की पूरी उम्मीद है।
हालांकि इनमें से कुछ ऐसे भी थे, जिन्हें गणित में थोड़ी दिक्कत हुई तो कुछ को शिक्षाशास्त्र के प्रश्नों ने परेशान किया। अधिकांश ने कहा कि पिछली बार जो परीक्षा रद हुई थी, उसके अनुरूप प्रश्नपत्र थोड़ा कठिन था, लेकिन औसत था। जिसे किया जा सकता था।
क्या कहा परीक्षार्थियों ने
वर्ष 2017 की परीक्षा के आधार पर प्रश्न पत्र था। काफी आसान था। बैठाने में कोविड नियमों का पालन किया गया था।
- कृष्णा यादव, गाजीपुर
प्रश्नपत्र औसत था। शिक्षाशास्त्र के प्रश्न थोड़े कठिन थे। अन्य विषयों में प्रश्न सामान्य थे, जिसमें कोई दिक्कत नहीं हु।
- गौरव कुमार, हजारीबाग, झारखंड
प्रश्न पत्र बहुत अच्छा था। सभी प्रश्न हल करने लायक थे। रद हुई परीक्षा के प्रश्न पत्र से इस बार थोड़ा कठिन था, लेकिन करने लायक था।
- सुप्रिया, अनई
पिछली बार का प्रश्न पत्र बहुत आसान था। लेकिन इस बार भी सामान्य था। गणित में मुझे थोड़ी दिक्कत हुई।
- अपर्णा त्रिपाठी, सारनाथ
कई केंद्रों पर अभ्यर्थियों का हंगामा
बीते 28 नवंबर को प्रश्नपत्र लीक होने के बाद यूपी टीईटी की परीक्षा दोबारा रविवार को जनपद के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा के बीच कराई गई। परीक्षा शुरू होने से आधे घंटे पूर्व परीक्षा केंद्र पर उपस्थित होने के निर्देश का कड़ाई से पालन कराया गया। दो मिनट की देरी से भी पहुंचे परीक्षार्थियों को प्रवेश नहीं दिया गया। इससे कई अभ्यर्थियों ने रो-रो कर गुहार लगा। खराब मौसम का हवाला देते हुए मनुहार भी की लेकिन कोशिश बेकार गई। प्रमाणित अंकपत्र के छायाप्रति के साथ पहुंचे कई अभ्यर्थियों को भी प्रवेश नहीं दिया गया। आक्रोशित वंचित अभ्यर्थियों ने जम कर हंगामा किया।
मुख्यमंत्री से ऐसे केंद्रों की परीक्षा रद करते हुए फिर से कराए जाने की मांग की।जिले में 89 परीक्षा केंद्रों पर पुलिस व स्पेशल टास्क फोर्स की कड़ी निगरानी के बीच परीक्षा का संचालन किया गया। सुबह 10 से दोपहर 12:30 बजे और दोपहर 2:30 से शाम पांच बजे तक की दो पालियों की परीक्षा में लगभग 83 हजार परीक्षार्थी शामिल हुए। वहीं तकरीबन सात हजार परीक्षार्थी अनुपस्थित थे। रामनगर स्थित राधा किशोरी बालिका बालिका इंटर कालेज, बेसेंट थियोसोफिकल हायर सेकेंड्री स्कूल व बुलानाला स्थित अग्रसेन कन्या पीजी कालेज सहित कई अन्य परीक्षा केंद्रों के समक्ष परीक्षार्थियों ने जमकर हंगामा किया। लेकिन किसी ने एक भी नहीं सुनी। परीक्षार्थियों का कहना था कि हमारे साथ अन्याय किया जा रहा है। हम निर्धारित समय से महज दो मिनट की देरी से पहुंचे। मौसम खराब होने के कारण इतनी छूट तो दी जानी चाहिए थी।