वाराणसी में तापमान इजाफे की ओर, देर रात बूंदाबांदी के बाद जल्द ही बदलेगा मौसम
पूर्वांचल में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव का हाल यह कि आसमान बादलों से घिरा रहा तो 97.5 फीसद आर्द्रता के चलते कोहरे का वातावरण सुबह बना रहा। हाल यह कि सुबह दृश्यता महज 50 मीटर तक रह गई थी। 8.30 बजे के बाद कोहरा कुछ हल्का भी हुआ।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। नए साल के दूसरे पखवारे से घनघोर सर्दी, कोहरे और बादलों की तहों में लिपटी शुक्रवार की सुबह ने लोगों के हाड़ कंपा दिए तो दिन चढ़ते ही निकली धूप ने पिछले दिनों की अपेक्षा राहत पहुंचाई। मगर यह कुछ घंटों का ही सुख साबित होने जा रहा है। जी हां, शाम ढलते ही फिर गलन दोबारा पांव पसार लेगी और लोग ठिठुर उठेंगे। लगभग 10 किमी प्रति घंटा के वेग से पश्चिमोत्तर दिशा से चल रही बर्फीली हवाओं ने वातावरण को अपनी कैद में ले लिया। हालांकि, धूप खिलने के बाद लोगों को पर्याप्त राहत मौसम ने दिया। वहीं मौसम विभाग ने आगे भी बूंदाबांदी का संकेत दिया है।
पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव का हाल यह कि आसमान बादलों से घिरा रहा तो तो धरा से नभ तक 97.5 फीसद आर्द्रता के चलते कोहरे का वातावरण छाया रहा। हाल यह कि सुबह दृश्यता महज 50 मीटर तक रह गई थी। 8.30 बजे के बाद कोहरा कुछ हल्का हुआ तो यह थोड़ा बढ़ना शुरू हुई और 700 मीटर तक पहुंच गई। दोपहर होने तक जब खुलकर धूप निकलने पर मौसम काफी हद तक साफ हो गया। इसका प्रभाव यह रहा कि अधिकतम तापमान 18.5 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा। जबकि न्यूनतम तापमान ने फिर गोता लगाया और दो दिन पूर्व की जगह 5.0 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया।
आज भी रहेगी राहत, कल हो सकती है बारिश : बीएचयू के मौसम विज्ञानी प्रो. मनोज कुमार श्रीवास्तव बताते हैं शुक्रवार को भी मौसम गुरुवार की भांति ही रहेगा। यह सुख 24 घंटे ही रहेगा। पश्चिमी विक्षोभ के चलते बादल फिर देर शाम या रात से आना शुरू होंगे और 22 जनवरी की शाम तक बारिश हो सकती है। इसके बाद मौसम फिर बिगड़ेगा और कड़ाके की ठंड चार-पांच दिनों के लिए फिर बढ़ जाएगी। मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि मौसम का रुख दोबारा बदलाव की ओर हो चला है।