बीएड की फर्जी डिग्री पर नौकरी करने वाले शिक्षकों से होगी वसूली, बीएसए ने जारी किया नोटिस
मीरजापुर में डा. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय से वर्ष 2004-05 में फर्जी बीएड के आधार पर नौकरी करने वाले आरोपित शिक्षकों से वेतन की वसूली होगी।
मीरजापुर, जेएनएन। डा. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय से वर्ष 2004-05 में फर्जी बीएड के आधार पर नौकरी करने वाले आरोपित शिक्षकों से वेतन की वसूली होगी। बीएसए वीरेंद्र कुमार सिंह ने संबंधित 10 शिक्षकों को नोटिस जारी करते हुए 15 दिन में वेतन आदि मद में ली गई धनराशि को जमा करने का निर्देश दिया है। बीएसए की कार्रवाई से इन शिक्षकों में हड़कंप मचा हुआ है। उनके द्वारा वेतन वसूली के आदेश के बाद इन शिक्षकों को लगभग 42-42 लाख रुपये की धनराशि जमा करानी होगी।
एफआइआर दर्ज होने के बाद वसूली की प्रक्रिया शुरु
बीएसए वीरेंद्र कुमार सिंह द्वारा फर्जी बीएड की डिग्री पर नौकरी करने वाले 10 शिक्षकों की सेवा समाप्त के बाद बीते 10 जुलाई को खंड शिक्षा अधिकारियों को संबंधित शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का निर्देश दिया था। जिसके बाद संबंधित थानों में एफआइआर दर्ज होने के बाद अब वेतन मद में लिए गए धन के वसूली की प्रक्रिया शुरु हो गई है। बता दें कि डा. भीमराव अंबेडकर विश्विद्यालय से वर्ष 2004-05 में बीएड करने वाले कई शिक्षकों की डिग्री फर्जी होने की शिकायत मिली थी, जिसके बाद शासन ने एसआईटी जांच शुरू करा दी। एसआईटी जांच के आधार पर मीरजापुर में 11 शिक्षकों की डिग्री फर्जी मिली।
इन शिक्षकों की डिग्री विश्वविद्यालय द्वारा घोषित गया फर्जी
तत्कालीन बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी ने इन 11 शिक्षकों की 20 जुलाई 2019 को सेवा समाप्त किया। उसके बाद इस मामले में कोर्ट द्वारा स्टे देने के बाद प्रवीण कुमार तिवारी ने 7 अगस्त 2019 को पुन: शिक्षकों को ज्वाइन कराया गया था। इसके बाद 29 अप्रैल 2020 को न्यायालय ने भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी की जांच रिपोर्ट के बाद निर्णय दिया। अंबेडकर यूनिवर्सिटी ने रिपोर्ट लगाया था कि 2823 लोगों की बीएड की डिग्री फर्जी है, जिसमें से 814 लोगों की जांच चल रही है। यूनिवर्सिटी की सूची के अनुसार मीरजापुर में 2823 में से 10 शिक्षक अर्चना सिंह, रीतू सिंह, सत्यदेव कुमार सिंह, अर्चना कुशवाहा, मालती सिंह, राम दुलारी देवी, दिव्या सिंह, उमेशचंद्र सिंह, मनोराम सिंह, शशिलता सिंह के बीएड की डिग्री को विश्वविद्यालय द्वारा फेक घोषित किया है।