वाराणसी में कैमरे की निगरानी में होगी शिक्षक पात्रता परीक्षा, पर्यवेक्षक और स्टैटिक मजिस्ट्रेट होंगे तैनात
83579 अभ्यर्थियों के लिए 89 केंद्र बनाए गए हैं। पहली पाली (सुबह 10 बजे से लेकर 12.30 बजे तक) में 89 केंद्रों पर 48978 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होंगे। वहीं द्वितीय पाली (दोपहर 2.30 से शाम 5 बजे तक) में 64 केंद्रों पर 34601 अभ्यर्थी परीक्षा में पंजीकृत हैं।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) को लेकर संशय खत्म स्थिति अब पूरी तरह खत्म हो गई है। यूपीटीईटी 23 जनवरी को दो पालियों में है। परीक्षाएं कोविड प्रोटोकाल के साथ कराई जाएगी। हर केंद्र पर मास्क, सैनिटाइजर, थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था होगी। दूसरी ओर इस बार परीक्षा को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। सभी केंद्रों पर पर्यवेक्षक व स्टैटिक मजिस्ट्रेट तैनात रहेंगे। पर्यवेक्षक की निगरानी मेेें ही प्रश्नपत्रों का बुकलेट खोला व परीक्षा बाद सील किया जाएगा। इसके अलावा परीक्षा पर सीसी कैमरे की भी नजर होगी।
89 केंद्रों पर होंगी परीक्षाएं : जनपद में 83579 अभ्यर्थियों के लिए 89 केंद्र बनाए गए हैं। पहली पाली (सुबह 10 बजे से लेकर 12.30 बजे तक) में जनपद के 89 केंद्रों पर 48978 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होंगे। वहीं द्वितीय पाली (दोपहर 2.30 से शाम 5 बजे तक) में 64 केंद्रों पर 34601 अभ्यर्थी परीक्षा में पंजीकृत हैं। पहली पाली में प्राथमिक और दूसरी पाली में उच्च प्राथमिक स्तर के अभ्यर्थी शामिल होंगे। परीक्षार्थियों को परीक्षा से 30 मिनट पहले केंद्र पर पहुंचने का निर्देश दिया गया है।
प्रवेश पत्र के साथ फोटोयुक्त पहचान पत्र जरूरी : परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों में प्रवेश पत्र के साथ फोटोयुक्त पहचान पत्र की मूल प्रति लाना होगा। इसके अलावा उन्हें प्रशिक्षण योग्यता का मूल प्रमाण पत्र अथवा किसी भी सेमेस्टर के निर्गत अंक पत्र की मूल प्रति अथवा संबंधित प्रशिक्षण संस्था के प्राचार्य या सक्षम अधिकारी द्वारा इंटरनेट से प्राप्त अंक प्रत्र की प्रमाणित प्रति जरूरी ले आने का निर्देश दिया है। प्रवेश पत्र में भी इसका उल्लेख किया गया है। इसके बावजूद तमाम परीक्षार्थी प्रशिक्षण योग्यता का मूल प्रमाण पत्र परीक्षा में लेकर नहीं आते हैं। इसके अभाव में कई परीक्षार्थी परीक्षा से वंचित भी हो जाते हैं। इसे देखते हुए सह-जिला विद्यालय निरीक्षक शिवपूजन द्विवेदी ने सभी परीक्षार्थियों से परीक्षा में प्रशिक्षण योग्यता का मूल प्रमाण पत्र अनिवार्य रूप से लाने का सुझाव दिया है।
नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए चाक-चौबंद व्यवस्था : नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए चाक-चौबंद व्यवस्था की जा रही है। परीक्षा पर जोनल, सेक्टर व स्टैटिक मजिस्ट्रेट के पर्यवेक्षक की निगाहें रहेंगी। इसके अलावा खुफिया विभाग की भी परीक्षा पर नजर रहेगी।
महत्वपूर्ण बिंदु
-परीक्षा की भाषा हिंदी व अंग्रेजी दोनों में होगी।
-परीक्षा में बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाएंगे।
-परीक्षा की समय सीमा 2.30 घंटे की होगी।
-परीक्षा में कुल 150 अंकों के 150 प्रश्न पूछे जाएंगे।
- परीक्षा में निगेटिव मार्किंग नहीं होगी।
-परीक्षार्थियों को परीक्षा से 30 मिनट पहले केंद्र पर पहुंचने का निर्देश।