वाराणसी में होमी भाभा कैंसर अस्पताल में तैयार हो रहा टीबी व फंगस लैब, मरीजों का होगा बेहतर उपचार
कैंसर मरीजों में ऐसे संक्रमण की जांच के लिए लहरतारा स्थित होमी भाभा कैंसर अस्पताल में टीबी व फंगस लैब स्थापित किया जा रहा है। संक्रमण की समय से जांच व तत्काल इलाज उपलब्ध होने से मृत्युदर में कमी लायी जा सकेगी।
वाराणसी, जेएनएन। कानपुर के 58 वर्षीय कैंसर मरीज का बीएचयू अस्पताल में 20 दिन पहले आपरेशन किया गया। दस दिन बाद संक्रमण की वजह से हालत गंभीर हुई और फिर उनकी मौत हो गई। अयोध्या निवासी 55 वर्षीय पैंक्रियाज कैंसर से पीडि़त महिला का इलाज होमी भाभा कैंसर अस्पताल से चल रहा था। लाकडाउन में महिला का इलाज ठीक से नहीं हो पाया और संक्रमण ने उनकी जान ले ली। ये तो महज दो उदाहरण हैं, लेकिन कैंसर के ऐसे बहुत से मरीज हैं जो टीबी, फंगल या बैक्टीरियल संक्रमण के चलते दम तोड़ देते हैं। मगर अब कैंसर मरीजों में ऐसे संक्रमण की जांच के लिए लहरतारा स्थित होमी भाभा कैंसर अस्पताल में टीबी व फंगस लैब स्थापित किया जा रहा है। संक्रमण की समय से जांच व तत्काल इलाज उपलब्ध होने से मृत्युदर में कमी लायी जा सकेगी।
अस्पताल के माइक्रोबायलाजी विभाग के डा. राहुल सरोदे के मुताबिक कैंसर व बोन मैरो ट्रांसप्लांट के मरीजों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहद कमजोर होती है। ऐसे में इलाज के दौरान कई बार मरीजों को टीबी, फंगल या बैक्टीरियल इंफेक्शन होने की आशंका रहती है। यह संक्रमण कैंसर मरीजों के लिए बेहद घातक होते हैं और मरीज की मौत का कारण तक बन जाते हैं। लैब शुरू होने पर समय रहते कैंसर मरीजों में इन बीमारियों की जांच हो सकेगी और तत्काल बेहतर इलाज उपलब्ध कराते हुए उनकी जान बचाई जा सकेगी।
सीएआर फंड के तहत रायबरेली के पूर्व विधायक सुरेंद्र बहादुर ङ्क्षसह ने महामना पंडित मदन मोहन मालवीय कैंसर सेंटर व होमी भाभा कैंसर अस्पताल को 1.23 करोड़ रुपये दान किए हैं। इसी धनराशि की सहायता से होमी भाभा कैंसर अस्पताल में लैब स्थापित किया जा रहा है। नए साल में बनारस ही नहीं पूर्वांचल के कैंसर मरीजों को यह सौगात मिलने की संभावना है।
बनारस में कैंसर की स्थिति
क्षेत्र पुरुष महिला
शहरी क्षेत्र 492 349
आराजीलाइन 71 72
बड़ागांव 76 60
चिरईगांव 61 63
चोलापुर 49 42
हरहुआ 66 58
काशीविद्यापीठ 120 82
ङ्क्षपडरा 65 80
सेवापुरी 58 43
बनारस में कैंसर से होने वाली मौतें
क्षेत्र पुरुष महिला
शहरी क्षेत्र 126 77
आराजीलाइन 29 43
बड़ागांव 40 20
चिरईगांव 31 34
चोलापुर 40 37
हरहुआ 41 30
काशीविद्यापीठ 52 33
ङ्क्षपडरा 35 36
सेवापुरी 33 23
(नोट : आंकड़े वर्ष 2017 के अध्ययन के आधार पर कैंसर अस्पताल की ओर से उपलब्ध कराए गए हैं)