स्वच्छ भारत मिशन के तहत 21 सितंबर से पालीथिन मुक्ति के लिए अफसर गांवों में डालेंगे डेरा
पालीथिन को तौबा करने के उद्देश्य से जनपद के आला अफसर अब गांवों में डेरा डालेंगे। 21 सितंबर से इस अभियान की शुरूआत की जाएगी।
आजमगढ़, जेएनएन। पालीथिन को तौबा करने के उद्देश्य से जनपद के आला अफसर अब गांवों में डेरा डालेंगे। इसके तहत जिलाधिकारी नागेंद्र प्रसाद सिंह के निर्देश पर 75 आला अफसरों को नोडल अधिकारी बनाकर इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई हैं। इसके तहत 50 अफसर ग्रामीण क्षेत्र में और 25 अफसर नगरीय क्षेत्र की कमान संभालेंगे। 21 सितंबर से इस अभियान की शुरूआत की जाएगी। इसके बाद मौके पर ही पालीथिन को जहां नष्ट किया जाएगा वहीं गांवों को स्वच्छ व सुंदर बनाया जाएगा। इसके लिए सफाईकर्मियो को हर हाल में अलर्ट मोड पर रखा जा रहा है।
स्वच्छ भारत मिशन योजना के तहत मुख्य विकास अधिकारी आनंद शुक्ला के नेतृत्व में सभी ग्राम पंचायतों, हाट, बाजारों, विद्यालयों में प्लास्टिक मुक्त अभियान पहले से ही चलाया जा रहा है। सफाई कर्मचारियों की टोली बनाकर, रैलियों के द्वारा प्लास्टिक के प्रतिबंध के लिए जागरूकता कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है। जनपद में कुल 1871 ग्राम पंचायतें हैं। इसके अलावा ११ नगर पंचायत व दो नगर पालिका आजमगढ़ व मुबारकपुर हैं। 21 सितंबर को इन गांवों व नगरों में एक साथ अभियान चलाया जाएगा। सभी नोडल अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र मेें सुबह साढ़े छह बजे पहुंच जाएंगे और सफाई अभियान का निरीक्षण करेंगे। इसके बाद जहां-जहां पालीथिन रहेगी, उसको इकट़टा करवाकर उसे नष्ट भी करवाएंगे। यह कार्य 75 अधिकारी करवाएंगे। तब तक यह अभियान चलता रहेगा, जब तक की जनपद पूरी तरह पालीथिन मुक्त न हो जाएं।
बोले अधिकारी : हर हाल में नोडल अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में लगाई गई ड्यूटी के अनुसार मुस्तैद रहेंगे। इसका जिलाधिकारी व वह खुद निरीक्षण करेंगे। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
- आनंद कुमार शुक्ला, मुख्य विकास अधिकारी।