बलिया में मध्याह्न भोजन खाकर अचेत छात्रा की मौत, एसडीएम ने खाद्य विभाग की टीम को जांच के लिए बुलाया
बलिया बांसडीह के प्राथमिक विद्यालय जैदोपुर में कक्षा एक की छात्रा गुंजन (6) एमडीएम का भोजन खाकर अचेत होकर गिर पड़ी बाद में उसकी मौत हो गई। घटना के बाद पहुंचे ग्रामीणों ने हंगामा मचाया। एसडीएम खंड शिक्षा अधिकारी जिला कोआर्डिनेटर एमडीएम और पुलिस मौके पर पहुचीं गई है।
बलिया, जेएनएन। शिक्षा क्षेत्र बांसडीह के प्राथमिक विद्यालय जैदोपुर में एमडीएम खाने के बाद अचेत हुई मासूम छात्रा गुंजन (6) पुत्री जीवन राम की मौत की घटना में शिक्षकों की लापरवाही सामने आ रही हैं। बच्ची अचेत हुई तो शिक्षक उसे अस्पताल नहीं ले गए। वे अचेत छात्रा के घर की ही एक बच्ची से उसे घर ले जाने को कहकर सामान्य हो गए। एक साल बाद खुले विद्यालयों को बिना सैनिटाइज कराए ही खोल दिया गया। शारीरिक दूरी या काविड-19 से बचाव के भी कोई ठोस उपाय नहीं किए गए। बहुत से बच्चों को आज तक ड्रेस तक नहीं दिया गया है, इसके बावजूद रिकार्ड में सभी तरह के सामान पूर्ण वितरित दिखा दिए गए हैं।
बुधवार नहीं था कक्षा एक को विद्यालय जाने का दिन
कोरोना से बचाव के लिए परिषदीय विद्यालयों में दिन के हिसाब से कक्षावार बच्चों को विद्यालय में बुलाने का गाइडलाइन जारी हुआ है। उसके अनुसार सोमवार व गुरूवार को कक्षा एक, पांच व छह के बच्चों को विद्यालय जाना है। मंगलवार और शुक्रवार को कक्षा दो, चार और सात के बच्चों को जाना है। बुधवार व शनिवार को कक्षा तीन और आठ के विद्यार्थियों को जाना है। बुधवार को कक्षा एक के बच्चों को विद्यालय नहीं जाना था, इसके बाद भी कक्षा एक की गुंजन विद्यालय पहुंच गई और एमडीएम खाने के बाद उसकी मौत हो गई।
छात्रा की मौत के बाद शुरू हुई जांच
बांसडीह के प्राथमिक विद्यालय जैदोपुर में एमडीएम खाने के बाद मासूम छात्रा की मौत के बाद विभाग की ओर से जांच शुरू कर दी गई है। एसडीएम बांसडीह दुष्यंत मौर्य , बेसिक शिक्षा अधिकारी शिवनारायण ङ्क्षसह, एसडीआई बंशीधर श्रीवास्तव, एमडीएम के जिला प्रभारी अजित पाठक सहित पुलिसकर्मी मौके पर परिजनों को जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दे रहे हैं लेकिन ग्रामीणों की ओर से कई सवाल खड़े किए जा रहे हैं।
बोले बीएसए-एमडीएम खाने से नहीं हुई मौत
बीएसए शिवनारायण ङ्क्षसह का कहना है कि उक्त छात्रा के साथ अन्य विद्यार्थियों ने भी एमडीएम का भोजन किया था। यदि एमडीएम में दोष होता तो अन्य बच्चों की भी तबियत खराब हो जाती। विद्यालय के बच्चों से पूछने पर पता चला कि वह बच्ची बेर खायी थी। संभवत: उसी का बीज उसके गले में फंसने से उसकी मौत हो गई होगी। वैसे मामले की गहनता से जांच की जा रही है। सबकुछ स्पष्ट हो जाएगा।
फूड सैम्पल और पोस्टमार्टम सामने आएगी वास्तविकता
घटना के बाद जहां खाद्य विभाग की टीम द्वारा एमडीएम में बने भोजन के एकत्र नमूने और मृत बालिका की पीएम रिपोर्ट की अब मामले की सच्चाई सामने लेकर आ सकते है। इधर छात्रा के पिता जीवन राम का कहना है कि मेरी बेटी घर से ठीक हाल में गई थी, अचानक ऐसा हादसा हुआ है। इसकी गहनता से जांच होनी चाहिए।