अनलॉक के बाद बीएचयू के हास्टल और लाइब्रेरी न खोलने पर छात्रों ने किया विरोध प्रदर्शन
बीएचयू में हास्टल लाइब्रेरी और कक्षाएं न चलने के विरोध में बड़ी संख्या में छात्र सेंट्रल ऑफिस पर विरोध प्रदर्शन करने पहुंचे। प्रशासनिक अधिकारियों ने सभी को समझा बुझा कर वापस कर दिया। आश्वासन दिया गया कि जैसा शासन प्रशासन का निर्देश होगा उसी अनुरूप विवि में कार्य किया जाएगा।
वाराणसी, जेएनएन। अनलॉक शुरू होने के बाद बीएचयू में हास्टल, लाइब्रेरी और कक्षाएं न चलने के विरोध में सोमवार की सुबह बड़ी संख्या में छात्र सेंट्रल ऑफिस पर विरोध प्रदर्शन करने पहुंचे। छात्रों ने कहा कि नियमित रूप से अध्ययन -अध्यापन व छात्रावास शुरू कराने के लिए कुलपति प्रो. राकेश भटनागर को ज्ञापन देने जा रहे हैं। हालांकि प्रशासनिक अधिकारियों ने सभी को समझा बुझा कर वापस कर दिया। आश्वासन दिया गया कि जैसा शासन प्रशासन का निर्देश होगा उसी अनुरूप विवि में कार्य किया जाएगा।
वहीं इससे पूर्व धरना प्रदर्शन कर अपनी मांगों के समर्थन में छात्रों ने बीएचयू के पदाधिकारियों से विवि में गतिविधियां शुरू कराने को कहा। आरोप लगाया कि देश भर में रेल, हवाई यात्रा, व्यावसायिक प्रतिष्ठान व औद्योगिक क्षेत्र सब कुछ खुल गए हैं, सिवाय बीएचयू में शैक्षिक गतिविधियों के। जबकि शैक्षणिक संस्थान देश निर्माण में सबसे बड़ी भूमिका निभाते हैं। छात्रों ने कहा कि सरकार शराब के ठेके खोलने को अपनी प्राथमिकता दिखा रही है, जबकि विश्वविद्यालय व छात्रों का मसला सबसे ज्यादा जरूरी था। यहां तक कि बीएचयू प्रशासन ने प्रवेश परीक्षा भी करवा लिया और समस्त गैर-अकादमिक गतिविधियां भी विश्वविद्यालय में सुचारू रूप से चल रहीं हैं।
छात्रों ने इस दौरान विवि प्रशासन पर आरोप लगाया कि केवल छात्र ही अपने पठन- पाठन से दूर किए गए हैं। छात्रों ने बताया कि अब तो छात्रों पर मानसिक दवाब बना कर उनके भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। इस दौरान छात्रों ने कहा कि जल्द यह सब सुविधाओं को खोलने का फैसला नहीं हुआ, तो फिर छात्र बड़े धरना व आंदोलन की ओर उन्मुख होंगे। इस बाबत बीएचयू के अधिकारियों से शासन प्रशासन के दिशा निर्देशों के अनुपालन की बात कह कर छात्रों का रोष खत्म किया।