फिरोज खान नियुक्ति प्रकरण में पांच में से तीन सवालों का मिला जवाब, असंतुष्ट छात्र दोबारा बैठे धरने पर
काशी हिंदू विश्वविद्यालय फिरोज खान नियुक्ति प्रकरण को लेकर संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के छात्रों ने दोबारा से संकाय में ही धरना प्रारंभ कर दिया है।
वाराणसी, जेएनएन। काशी हिंदू विश्वविद्यालय फिरोज खान नियुक्ति प्रकरण को लेकर संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के छात्रों ने दोबारा से संकाय में ही धरना प्रारंभ कर दिया है। बता दें कि विश्वविद्यालय द्वारा छात्रों के पांच सूत्रीय सवालों का दस दिन बाद जवाब देने के आश्वासन पर ही धरना समाप्त हुआ था जिसकी मियाद रविवार को पूरी हो गई थी। सोमवार को विवि खुलने के बाद छात्र दोपहर 2 बजे से प्रशासन से जवाब मांगने के लिए संकाय में जुटे थे। संकाय में चल रही प्राक्टोरियल बोर्ड की बैठक समाप्त होने के बाद संकायाध्यक्ष प्रो उमाकांत चतुर्वेदी ने छात्रों के तीन सवालों का जवाब पढ़कर सुनाया, बाकि के दो सवालों का जवाब विश्वविद्यालय प्रशासन देगा, ऐसा बोलकर निकल गए। यह सुनते ही छात्र आक्रोश में आकर जोर-जोर से नारे लगाना शुरू कर दिए। इसके बाद संकाय में अंदर वाले द्वार पर छात्र धरने पर बैठ गए।
छात्रों के सवाल व संकाय के उत्तर इस प्रकार रहें
छात्रों के सवाल व संकाय के उत्तर इस प्रकार रहें--
1- संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान के साहित्य विभाग में क्या अन्य विभागों के जैसे ही नियुक्ति हुई है। उत्तर मिला हां।
2- क्या सम्मिलित व्यक्ति की शॉर्टलिस्टिंग संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय (सनातन) धर्म संबंधित नियमों को ध्यान में रखकर किया गया।
उत्तर मिला, साहित्य विभाग में नियुक्ति हेतु आवेदनों की शॉर्टलिस्टिंग विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों में शिक्षकों व अन्य शैक्षिक कर्मचारियों की नियुक्ति हेतु न्यूनतम अर्हता तथा उच्चतर शिक्षा मानकों के रखरखाव हेतु अन्य उपाय संबंधी विनियम 2018 के अनुसार की गई है।
3- शॉर्टलिस्टिंग प्रक्रिया में यूजीसी के किस नियम को अपनाया।
उत्तर मिला, इस शॉर्टलिस्टिंग प्रक्रिया में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों में शिक्षकों और अन्य शैक्षिक कर्मचारियों की नियुक्ति हेतु न्यूनतम अर्हता तथा उच्चतर शिक्षा मानकों के रखरखाव हेतु अन्य उपाय संबंधी विनियम 2018 के खंड 3 व 4 और परिशिष्ट।। तालिका 3 (अ) के प्रावधानों को अपनाया गया है।
4- इस नियुक्ति में क्या विश्वविद्यालय प्रशासन ने विश्वविद्यालय संविधान के अनुसार नियुक्ति किया है।
इसका उत्तर विश्वविद्यालय प्रशासन देगा।
5- क्या बीएचयू संविधान के 1904, 1906, 1915, 1951, 1966 व 1969 को केंद्र में रखकर ही नियुक्ति की गई है। इसका उत्तर विश्वविद्यालय प्रशासन देगा।
संकायाध्यक्ष को लिखा पत्र
संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान के छात्रों ने संकाय प्रमुख को एक पत्र लिखकर कहा कि साहित्य विभाग में नियमों व परंपराओं के विरूद्ध हुई नियुक्ति में हमारे सवालों के जो जवाब मिले हैं वह अस्पष्ट व अधूरे हैं। जिससे हम सभी छात्र असंतुष्ट हैं। इसका जल्द से जल्द प्रमाण सहित जवाब दिया जाए।
गौरतलब है कि संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान में डॉ फिरोज खान की नियुक्ति हुई थी जिसको लेकर इस संकाय के छात्रों ने होलकर भवन के सामने लगातार 15 दिनों तक धरना किया था। इस दौरान छात्रों ने विश्वविद्यालय से नियुक्ति प्रक्रिया को लेकर पांच सवाल किए थे। दस दिनों में जवाब दिए जाने के आश्वासन में छात्रों का धरना 21 नवंबर को समाप्त हो गया था। हालांकि छात्रों ने विरोध स्वरूप इन दस दिनों में आंदोलन की हल्की-फुल्की गतिविधियां जारी रखीं।