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जिलाधिकारी ने संपूर्णानंद संस्‍कृत विश्‍वविद्यालय के कुलपति को पत्र भेजकर रोकी चुनाव प्रक्रिया

जिला प्रशासन के हस्तक्षेप पर संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव के लिए शनिवार को होने वाला नामांकन अगले आदेश तक के लिए स्थगित कर दिया।

By Edited By: Published: Sun, 22 Dec 2019 01:18 AM (IST)Updated: Sun, 22 Dec 2019 09:17 AM (IST)
जिलाधिकारी ने संपूर्णानंद संस्‍कृत विश्‍वविद्यालय के कुलपति को पत्र भेजकर रोकी चुनाव प्रक्रिया
जिलाधिकारी ने संपूर्णानंद संस्‍कृत विश्‍वविद्यालय के कुलपति को पत्र भेजकर रोकी चुनाव प्रक्रिया

वाराणसी, जेएनएन। जिला प्रशासन के हस्तक्षेप पर संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव के लिए शनिवार को होने वाला नामांकन अगले आदेश तक के लिए स्थगित कर दिया। इसकी सूचना मिलते ही आक्रोशित छात्रों ने लामबंद होकर हंगामा करने का प्रयास किया। इस दौरान चीफ प्रॉक्टर से झड़प भी हो गई। पुलिस अधिकारियों ने छात्रों को समझा-बुझा कर शांत कराया। विवि प्रशासन संग छात्रों ने भी नामांकन की तैयारी कर ली थी। इस बीच सुबह आठ बजे कुलपति के नाम डीएम कौशल राज शर्मा का पत्र पहुंचा। इसमें कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए नामांकन के दौरान पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था करने में असमर्थता जताई गई है।

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जनपद की संवेदनशीलता व शांति व्यवस्था की दृष्टि से 21 दिसंबर को होने वाले छात्रसंघ चुनाव के लिए नामांकन स्थगित करने का सुझाव दिया गया है। पत्र में माहौल शांत होते ही नामांकन की तिथि तय करने की भी बात कही गई है। विवि प्रशासन ने डीएम का पत्र तत्काल सूचना पट्ट पर चस्पा करा दिया। इस बीच काफी संख्या में छात्र व पुलिस फोर्स भी विवि पहुंच गई। सुरक्षा का हवाला देते हुए पुलिस प्रशासन ने छात्रों को परिसर में ही रहने की हिदायत दी है। हुजूम में परिसर से बाहर जाने या जुलूस निकालने पर कार्रवाई की चेतावनी दी। यही नहीं पुलिस ने बाहरी युवकों को गेट से वापस कर दिया। निर्वाचन अधिकारी प्रो. शैलेश कुमार मिश्र ने बताया कि माहौल सामान्य होते ही जिला प्रशासन से वार्ता कर नई तिथि घोषित की जाएगी। कहीं खुशी- कहीं गम नामांकन स्थगित होते ही कुछ छात्रनेता खुश दिखे तो कुछ के चेहरे लटक गए।

दो साल से छात्रसंघ चुनाव की तैयारी कर रहे दो छात्र दिसंबर में 22 वर्ष के हो जाएंगे। ऐसे में अब वे छात्रसंघ का चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। नामांकन स्थगित होने से इन छात्रों को धक्का लगा है। वहीं कुछ छात्रनेता इसमें खुश थे कि उनके मजबूत दो प्रतिद्वंद्वी मैदान से हट जाएंगे। नामांकन स्थगित होने से पूर्व हजारों रुपये हो गए खर्च नामांकन से पहले ही छात्रसंघ के संभावित तमाम प्रत्याशियों के हजारों रुपये खर्च हो गए। कुछ छात्र नेताओं ने तो नामांकन के दौरान भी समर्थकों के लिए नाश्ते की व्यवस्था की थी। इसके अलावा माला-फूल भी खरीद लिया था लेकिन ये तैयारियां धरी रह गईं।


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