एसटीएफ के हत्थे चढ़ा जालसाज, वाराणसी के होटल में पार्टी से करता था गोपनीय मीटिंग
विदेशों में नौकरी दिलाने के नाम पर बंधक बनाकर वसूली करने वाले गैंग के सक्रिय सदस्य को यूपी एसटीएफ वाराणसी यूनिट की टीम ने शनिवार को बंगाल से गिरफ्तार कर लिया।
वाराणसी, जेएनएन। विदेशों में नौकरी दिलाने के नाम पर बंधक बनाकर वसूली करने वाले गैंग के सक्रिय सदस्य को यूपी एसटीएफ वाराणसी यूनिट की टीम ने शनिवार को बंगाल से गिरफ्तार कर लिया। पकड़ा गया आरोपित पवन गांधी कोलकाता का रहने वाला है और जालसाजी के लिए गैंग बनाकर लोगों को निशाना बनाता था। इस मामले में एसटीएफ गैंग के सरगना राजवीर सिंह और कपिल उर्फ भाष्कर को मार्च में ही गिरफ्तार कर चुकी है। पवन गांधी को एसटीएफ ने परगना बरासत बंगाल न्यायालय में प्रस्तुत कर ट्रांजिट रिमांड पर ले लिया। राजवीर, कपिल और पवन पर 20-20 हजार का इनाम घोषित था। बाद में पवन पर इनाम राशि बढ़ाकर 50 हजार कर दी गई।
पूर्वांचल के गिरोह द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से विदेशों में खासकर अमेरिका व कनाड़ा में नौकरी दिलाने के नाम पर गोरखधंधा की सूचनाएं एसटीएफ को मिल रही थी। जांच में पता चला कि नौकरी के लालच में संपर्क में आने वालों को यह गैंग बंधक बनाकर अवैध वसूली करता है। ऐसा ही मामला नवंबर 2019 में वाराणसी में सामने आया था। इसमें गुजरात के तुषार वी. पटेल को बंधक बनाकर परिवारीजनों से 20 लाख रुपये वसूले गए थे। उस समय गैंग के कुछ सदस्य पकड़े गए थे लेकिन पवन फरार हो गया था।
एसटीएफ वाराणसी के अनुसार सरगना राजवीर सिंह यादव व उसके साथी कपिल उर्फ भास्कर के बाद पवन गांधी की तलाश तेज कर दी गई थी। सोशल साइट पर पवन गांधी और मुंबई का राहुल मेहरा फर्जी विज्ञापन का काम देखते थे और पार्टी को डील करते थे। नौकरी दिलाने के लिए संपर्क करने वालों को वाराणसी बुलाकर राजवीर ङ्क्षसह, कपिल और पवन गांधी पार्टी को बंधक बनाकर परिवारवालों से हवाला के माध्यम से वसूली करते रहे। यह गैंग अब तक 35 से 40 लोगों से करोड़ों की अवैध वसूली कर चुका है।