वाराणसी में नाइट ड्यूटी सीलिंग लिमिट के खिलाफ भूखे पेट स्टेशन मास्टरर्स ने जताया आक्रोश
प्रदर्शन के दौरान आयोजित सभा को सम्बोधित करते हुए एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि नाइट ड्यूटी सीलिंग लिमिट का आदेश कर्मचारियों के हितकर नहीं है। फिर भी जबर्दस्ती लागू किया जा रहा है। कहा कि कोरोना काल में फ्रंट लाइन के कर्मचारियों ने खतरों के बीच काम किया।
वाराणसी, जेएनएन। नाइट ड्यूटी सीलिंग लिमिट आदेश रद करने व रेलवे फ्रंट लाइन के कर्मचारियों को 50 लाख रुपए तक का बीमा कराने सहित विभिन्न मांगों लेकर स्टेशन मास्टरर्स ने गुरुवार को भूख हड़ताल किया। इसके तहत ऑल इंडिया स्टेशन मास्टरर्स एसोसिएशन के बैनर तले लहरतारा स्थित डीआरएम दफ्तर के समीप प्रदर्शनरत कर्मचारियों शासन व प्रशासन की नीतियों के प्रति आक्रोश जताया।
प्रदर्शन के दौरान आयोजित सभा को सम्बोधित करते हुए एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि नाइट ड्यूटी सीलिंग लिमिट का आदेश कर्मचारियों के हितकर नहीं है। फिर भी जबर्दस्ती लागू किया जा रहा है। कहा कि कोरोना काल में फ्रंट लाइन के कर्मचारियों ने खतरों के बीच काम किया। शासन व प्रशासन को फ्रंट लाइन के रेलकर्मियों को 50 लाख रुपए तक का बीमा कराना चाहिए। कहा कि रेलवे में निजीकरण एवं निगमीकरण होने से व्यवस्था चरमरा जाएगी। इसके अलावा विभिन्न बिंदुओं पर प्रकाश डाला।
प्रदर्शन में मुख्य रूप से एसोसिएशन के पूर्व उपाध्यक्ष उमाशंकर सिंह, मंडल अध्यक्ष मोहम्मद जमील,सचिव अजय नारायण पांडेय, जोनल अध्यक्ष मनोज पांडेय, मण्डल मंत्री शैलेंद्र कुमार, नरमू के मंडल अध्यक्ष एनबी सिंह, अरविंद कुमार, दुर्गेश पांडेय, मनोज सिंह व अर्जुन कुमार राव सहित अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।