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Speed ​​Trial : 122 किमी प्रति घंटा की रफ्तार पर परखा गया कछवां रोड-माधोसिंह रेलखंड

कछवांरोड-माधोसिंह रेल खंड पर स्पीड ट्रायल के दौरान स्पेशल ट्रेन की 122 किमी प्रति घंटे की अधिकतम गति थी।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Sat, 13 Jun 2020 09:24 PM (IST)Updated: Sun, 14 Jun 2020 12:44 AM (IST)
Speed ​​Trial : 122 किमी प्रति घंटा की रफ्तार पर  परखा गया कछवां रोड-माधोसिंह रेलखंड
Speed ​​Trial : 122 किमी प्रति घंटा की रफ्तार पर परखा गया कछवां रोड-माधोसिंह रेलखंड

वाराणसी, जेएनएन। पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल के मंडुवाडीह-प्रयागराज रामबाग रेल खंड पर दोहरीकरण परियोजना चल रही है। इस क्रम में कछवांरोड-माधोसिंह रेल खंड पर नवनिर्मित दूसरी लाइन का संरक्षा परीक्षण शनिवार को रेल संरक्षा आयुक्त, पूर्वोत्तर परिमंडल मोहम्मद लतीफ खान ने किया। पूर्वोत्तर रेलवे के प्रमुख मुख्य प्रशासनिक अधिकारी निर्माण आरके यादव, मुख्य सिगनल व टेलीकॉम इंजीनियर आरके सिंह, मुख्य विद्युत इंजीनियर पीयूष सिंह, मंडल रेल प्रबंधक विजय कुमार पंजियार स्पेशल निरीक्षण यान से माधोसिंह पहुंचे।

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इस खंड में पडऩे वाले कटका व कछवांरोड रेलवे स्टेशनों का भी दोहरीकरण मानकों के अनुरूप निरीक्षण किया और संरक्षा परखी। इसके उपरांत रेल संरक्षा आयुक्त मोहम्मद लतीफ खान ने कछवां रोड-माधोसिंह के मध्य दोहरीकरण कार्य के परिप्रेक्ष्य में विद्युत लोको चलित सीआरएस स्पेशल यान द्वारा सफल स्पीड ट्रायल किया। स्पेशल ट्रेन कछवांरोड स्टेशन से शाम पौने चार बजे छूटी तथा शाम 4.05 बजे माधोसिंह स्टेशन पर पहुंची। स्पीड ट्रायल के दौरान स्पेशल ट्रेन की 122 किमी प्रति घंटे की अधिकतम गति थी। उन्होंने नए भवन, यात्री सुविधाओं, प्लेटफार्म लेंथ, पैदल उपरिगामी पुल, स्टेशन पैनल, सीएचसी क्रैंक हैंडल, स्टेशन वर्किंग रूल, रिले रूम, प्वाइंट क्रासिंग, सिग्नल व साइटिंग बोर्ड आदि का गहन निरीक्षण किया और उसकी संरक्षा परखी। इसके बाद मुख्य संरक्षा आयुक्त पुश ट्राली से  माधोसिंह-कछवांरोड रेल खंड पर लाइन फिटिंग्स, साइटिंग बोर्ड, ओवरहेड लाइन, पावर सब स्टेशन, समपार फाटकों, कर्वेचर, पुल-पुलिया का निरीक्षण करते हुए कटका स्टेशन पहुंचे।

वाराणसी-प्रयागराज रामबाग के मध्य चल रही दोहरीकरण परियोजना

दोहरीकृत रेल खंड का स्टैंडर्ड मानकों के अनुसार नई लाइन फिटिंग्स और उस पर संस्थापित नए सिग्नल्स, टर्न आउट्स,  बैलास्टिंग व पैकिंग, कर्वेचर पर पर्याप्त क्लियरेंस, प्वाइंट्स एंड क्रासिंग, ओवर हेड लाइन, रेलवे ट्रैक लाइन फिटिंग्स, विद्युतिकृत कलर लाइट सिग्नल, लाइन फिटिंग्स, रिले रूम, क्रैंक हैंडिल, पैदल उपरिगामी पुल, नए प्लेटफार्म व यात्रियों की सुरक्षा व संरक्षा आदि का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने  इस खण्ड में स्तिथ सभी समपार फाटकों 22एसपीएल, 24सी, 25 सी, 26 एसपीएल, 30एसपीएल व 31ए के बूम लॉक को दोहरीकृत रेल खंड के अनुरूप संस्थापन सुनिश्चित किया। डीआरएम विजय कुमार पंजियार ने जानकारी दी कि माधोसिंह तक दोहरीकरण पूर्ण होने से वाराणसी-प्रयागराज रामबाग के मध्य चल रही दोहरीकरण परियोजना अभी आधी मुकम्मल हुई है। इसका लाभ इस खंड पर चलने वाली गाडिय़ों को तेज और अबाध परिचालन के रूप में मिलेगा ।


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