बाजार में कार से तेज हुई ट्रैक्टर व ई-रिक्शा की रफ्तार, कारोबार में 15 फीसद की उछाल
बाजार ने कोरोना की दुश्वारियों को पीछे छोड़ दिया है। कार से तेज बाजार में ट्रैक्टर व ई रिक्शा रफ्तार भर रहे हैं।
आजमगढ़, जेएनएन। बाजार ने कोरोना की दुश्वारियों को पीछे छोड़ दिया है। कार से तेज बाजार में ट्रैक्टर व ई रिक्शा रफ्तार भर रहे हैं। विश्वकर्मा पूजा के दिन शो-रूम से ट्रैक्टर निकालने की शर्त पर 150 से ज्यादा गाडिय़ों की बुकिंग हो चुकी है। बाजार में एक ही दिन करोड़ों रुपये की बारिश होगी। मांग में तेजी के कारण कंपनियां स्कीम देने से बच रही हैं। कमोबेश बैट्री चालित गाडिय़ां (टोटो) भी कारोबार के रेस में ट्रैक्टर के मुकाबिल है। त्योहारी सीजन से पूर्व के इस उछाल को कारोबारी भविष्य के लिए शुभ संकेत मान रहे हैं।
युवाओं में आत्मनिर्भरता बन रही वजह
युवाओं का रुझान फार्मिंग की ओर बढ़ा है। इसकी जड़ में आत्मनिर्भरता है। इसे किसानी में नए स्टार्टअप्स युग की शुरुआत के रूप मे देखा जा रहा है। खेती टेक्नोलॉजी एवं वैज्ञानिक आधारित हो चली है। यही वजह ही कि ट्रैक्टर बाजार में बूम की स्थिति है। यह स्थिति ओवरआल पूरे देश की है। वर्ष 2019 के अगस्त माह के मुकाबले अबकी इस उद्योग ने 74.71 फीसद का ग्रोथ दर्ज किया है।
बैट्री चालित वाहनों की जबरदस्त डिमांड
बैट्री चालित गाडिय़ों की डिमांड अचानक बढ़ी है। छोटे बजट में समा जाने से युवा इसे तरजीह दे रहे हैं। बैंकों की भी इसमें अहम भूमिका है। रोजाना की रोटी की जुगत दिखने से बेरोजगार तवज्जो दे रहे हैं। ड्राइङ्क्षवग लाइसेंस का चक्कर न ही परमिट एवं रोड टैक्स देने का, बस खरीदा और पहुंच गए सड़क पर कमाई करने।
उम्मीद के अनुरूप नहीं उठा कार बाजार
कोरोना काल में लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट से सफर पसंद नहीं कर रहे हैं। इससे कार बाजार के उठने की उम्मीद थी लेकिन बाजार में ऐसा कुछ देखने में नहीं आ रहा है। कारोबारियों की उम्मीदें दीपावली, धनतेरस व दशहरा पर्व से जरूर बंधी हैं।
बाजार की गति देख हम उत्साहित हैं
बाजार की गति देख हम उत्साहित हैं। जिले में 15 फीसद का उछाल होने से इत्तेफाक रखता हूं। वर्ष 2019 के सापेक्ष बाजार बेहतर स्थिति गुजर रहे हैं। त्योहारी सीजन से पूर्व बाजार में ऐसा बूम उत्साहित करने जैसा है।
-अवधेश बरनवाल, ट्रैक्टर व कार कारोबारी।
यात्री गाड़ी के साथ माल वाहकों की डिमांड में तेजी
कारोबार में उछाल से इंकार नहीं किया जा सकता। पहले ग्राहकों को समझाना पड़ता था। अब सबकुछ समझ-बूझकर शोरूम में पहुंच रहे तो खाली हाथ नहीं लौट रहे हैं। यात्री गाड़ी के साथ माल वाहकों की डिमांड में तेजी आई है। यह तेजी उम्मीद जगा रही कि त्योहारी सीजन में कारोबार ट्रैक पर होगा।
-एसके सत्येन, बैट्री चालित गाडिय़ों के कारोबारी।