Move to Jagran APP

काशी में गंगा की लहरों पर आस्‍था की सवारी, लॉकडाउन के बीच भी गंगा के प्रति आस्‍था कम नहीं

प्रवासी पक्षियों की विदायी और लॉकडाउन की घोषणा होने के बाद से ही गंगा में पूजन और नौकायन लगभग बंद है। मगर इन दिनों वैवाहिक आयोजनों के बाद गंगा पूजन की परंपरा को देखते हुए लोगों का आना शुरू हो गया है।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Fri, 30 Apr 2021 01:32 PM (IST)Updated: Sat, 01 May 2021 02:37 AM (IST)
काशी में गंगा की लहरों पर आस्‍था की सवारी, लॉकडाउन के बीच भी गंगा के प्रति आस्‍था कम नहीं
कोरोना काल में मां गंगा की धारा अविरल बह रही है, आस्‍था का रेला कम है लेकिन आस्‍था बरकरार है।

वाराणसी, जेएनएन। कोरोना संक्रमण काल में मां गंगा की धारा अविरल बह रही है, आस्‍था का रेला कम है लेकिन आस्‍था बरकरार है। सुबह शाम भले ही नैत्यिक गंगा आरती हो रही हो लेकिन घाट अमूमन सूने ही पड़े हैं। गंगा में शवदाह के बाद स्‍नान करने और गंगा में अस्थियां विसर्जित करने आने वालों का ही अधिकतर आना जाना हो रहा है। गंगा की गोद में पर्यटन भले ही थम चुका हो लेकिन नौका में सवार गंगा तट पर पुजइया करने पहुंचे लोग लगातार आ रहे हैं।

loksabha election banner

वैवाहिक आयोजनों के बाद गंगा की गोद में आस्‍था का सागर परवान चढ़ रहा है। हालांकि इन सबके बीच कोविड के नियमों का पालन नहीं हो रहा है। काशी में गंगा आस्‍था का केंद्र रही हैं, गंगा आरती और मोक्ष की कामना के अलावा गंगा जल से आचमन भर की अपेक्षा के बीच लोग गंगा की लहरों पर पूजा की मंशा लिए आ रहे हैं। प्रवासी पक्षियों की विदायी और लॉकडाउन की घोषणा होने के बाद से ही गंगा में पूजन और नौकायन लगभग बंद है। मगर इन दिनों वैवाहिक आयोजनों के बाद गंगा पूजन की परंपरा को देखते हुए लोगों का आना शुरू हो गया है। 

आस्थावान गंगा की लहरों पर सवारी के साथ ही गंगधार में नौका से जाकर मान्‍यतानुरूप दान पुण्‍य भी कर रहे हैं। वैवाहिक आयोजनों के बाद अमूमन लोग परिवार के साथ दर्जन भर की संख्‍या में गंगा पूजन के लिए पहुंचकर गाइडलाइन का उल्‍लंघन भी करते नजर आ रहे हैं। हालांकि, पूजन के लिए आने वाले लोग कम समय ही घाट और आसपास टिक रहे हैं। वहीं नौकायन कराने वाले भी इस संकटकाल में आस्‍था की वजह से दो जून की रोटी कमा पा रहे हैं। लेकिन गाइडलाइन को लेकर नौका संचालक भी चिंतित हैं। बताते हैं कि आने वाले लोगों को इस बाबत जागरुक भी किया जा रहा है और लोगों को अलर्ट भी किया जा रहा है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.