आजमगढ़ में अंधाधुंध फायरिंग कर उतारा मौत के घाट, छह हमलावरों ने दिया घटना को अंजाम
बरदह थाना क्षेत्र का मोहम्मदपुर फेटी गांव बुधवार की सुबह गोलियों की आवाज से गूंज उठा। दो मोटरसाइकिलों पर सवार छह बदमाशों ने महताब के घर पहुंचकर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। इसमें वहां मौजूद बंटी सिंह पुत्र गिरिराज सिंह की मौत हो गई।
आजमगढ़, जेएनएन। बरदह थाना क्षेत्र का मोहम्मदपुर फेटी गांव बुधवार की सुबह गोलियों की आवाज से गूंज उठा। दो मोटरसाइकिलों पर सवार छह बदमाशों ने महताब के घर पहुंचकर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। इसमें वहां मौजूद बंटी सिंह पुत्र गिरिराज सिंह की मौत हो गई। बंटी जौनपुर जिले के केराकत के रहने वाले थे। घटना का कारण पुरानी रंजिश बताई गई है।
लगभग डेढ़ माह पूर्व हत्या के प्रयास की घटना में गांव का शाहजहां उर्फ नैयर जेल में निरुद्ध है। उसी मामले में समझौता कराने के लिए जेल के अंदर से वह बार-बार दबाव बना रहा था।
चर्चा है कि महताब के घर पर बंटी और गाजीपुर के करंडा निवासी मनोज सिंह सुरक्षा के लिहाज से रहते थे। बंटी की हत्या के बाद पुलिस ने मनोज सिंह को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है। दोनों अखंड सिंह ग्रुप से जुड़े बताए जा रहे हैं।घटना के पीछे गैंगवार की आशंका जताई जा रही है।
मौके पर पहुंचे पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि हमलावरों ने अपना मुंह ढका हुआ था। सफेद रंग की मोटरसाइकिल पहले घर के सामने आकर रुकी और उसके कुछ ही देर बाद काले रंग की मोटरसाइकिल पर सवार बदमाश पहुंचे और आते ही ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। फिलहाल पूरे मामले की जांच की जा रही है। महताब की ओर से छह आरोपितों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया गया है। पुलिस आरोपितों की तलाश में जुट गई है।वहीं पीड़ित परिवार को पुलिस की तरफ से सुरक्षा मुहैया कराई गई है।