Move to Jagran APP

Sharadiya Navaratri 2020 : विंध्‍याचल में नवरात्र मेला शुरू, आस्था का उमड़ने लगा सैलाब

आदि शक्ति जगत जननी मां विंध्यवासिनी धाम में 17 अक्टूबर यानी आज से नौ दिनी पर्व शारदीय नवरात्र की शुरूआत हो गई। विंध्यवासिनी में भोर से ही श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई। इस समय लगभग पचास प्रतिशत होटल की बुकिंग हो चुकी है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Sat, 17 Oct 2020 07:41 AM (IST)Updated: Sat, 17 Oct 2020 05:45 PM (IST)
Sharadiya Navaratri 2020 : विंध्‍याचल में नवरात्र मेला शुरू, आस्था का उमड़ने लगा सैलाब
मां विंध्यवासिनी धाम में आज से नौ दिनी पर्व शारदीय नवरात्र की शुरूआत हो गई।

मीरजापुर, जेएनएन। आदि शक्ति जगत जननी मां विंध्यवासिनी धाम में 17 अक्टूबर यानी आज से नौ दिनी पर्व शारदीय नवरात्र की शुरूआत हो गई। कोरोना संक्रमण के चलते शक्ति की उपासना के पर्व में इस बार सादगी का रंग घुलेगा। नवरात्र मेला को लेकर प्रशासन पूरी तरह सजग है। पुलिस प्रशासन ने भी मेले की सुरक्षा का पूरा खाका तैयार कर लिया है। मेला की सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। पुलिसकर्मियों, सफाईकर्मियों के साथ ही घाटों पर जल पुलिस की तैनाती कर दी गई है। इसके अलावा मेला परिसर तीसरी आंख की नजर में भी रहेगा। इसके लिए मेला परिसर में सीसी टीवी कैमरे लगाए गए हैं। कोरोना के चलते इस बार नया रूप देखने को मिलेगा। मां विंध्यवासिनी मंदिर तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को कई नियमों का पालन करना होगा। हालांकि मेला तैयारी को लेकर अभी कुछ कमियां रह गई हैं।

prime article banner

विंध्यवासिनी में भाेर से ही श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई। मां विंध्यवासिनी मंदिर को आकर्षक झालरों से सजाया गया है। इस बार एक दर्शनार्थी की ओर से मंदिर की रंगाई-पुताई कराई गई। धाम की गलियों में दुकानें सजी रहीं। मंत्री भानु पाठक ने बताया कि मंदिर पर दो-दो घंटे शिफ्टवार 120 सदस्यों की ड्यूटी लगाई गई है। अध्यक्ष पंकज द्विवेदी ने बताया कि तीर्थ पुरोहित अपने यात्रियों को पुरानी वीआइपी व न्यू वीआइपी मार्ग से दर्शन कराने ले जाएंगे। शाम पांच बजे तक मंदिर में दस हजार से अधिक भक्‍तों ने दरबार में हाजिरी लगाई।

मां विंध्यवासिनी के दर्शन से होती है आनंद की प्राप्ति

धार्मिक मान्यता के साथ-साथ कई ऐतिहासिक घटनाओं के साक्षी रहे विंध्यधाम में नवरात्र पर्व पर अटूट आस्था, श्रद्धा एवं भक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिलता है। भक्तों की धारणा है कि मां विंध्यवासिनी धाम में शीश नवाने से प्राणी सर्व सुख संपन्न हो जाता है। वन आच्छादित ङ्क्षवध्य क्षेत्र में मां अष्टभुजा, मां काली, भैरो मंदिर, तारा मंदिर व अन्य देवी-देवताओं समेत प्रेतशिला सरीखे पवित्र स्थल स्थापित है।

स्टेशन पर लगाए गए 12 अतिरिक्त टीटी

विंध्याचल रेलवे स्टेशन के अधीक्षक अवधेश श्रीवास्तव ने बताया कि स्टेशन पर 12 अतिरिक्त टीटी लगाए गए हैं, जो टिकट की जांच करेंगे। इससे कोई भी दर्शनार्थी टिकट के बगैर यात्रा नहीं कर सकेगा। यात्रियों की सुविधा के दृष्टिगत प्लेटफार्म के बाहर अस्थाई टिकट घर बनाया गया है।

पचास प्रतिशत होटल की बुकिंग

नौ दिन पूजन-अनुष्ठान करने वाले श्रद्धालु नवरात्र से पहले ही विंध्यधाम में डेरा चुके हैं। इस समय लगभग पचास प्रतिशत होटल की बुकिंग हो चुकी है। कोरोना से बचाव के लिए सरकार की गाइडलाइन के अनुसार होटलों पर भी तैयारी की गई है।

1500 और पुलिसकर्मियों की मांग

वाराणसी व लखनऊ जोन से एक हजार पुलिस की मांग की गई थी। कानपुर व लखनऊ से 1500 और पुलिस की मांग की गई है। जो पुलिसकर्मी अन्य जनपद से यहां आए हैं। उनके लिए प्रशासन की ओर से कोई व्यवस्था नहीं की गई है। न रहने की व्यवस्था है और न ही ठहरने की। ड्यूटी पर तैनात होने के लिए भटकते रहे। इस समय आठ सीओ व दो सौ दारोगा की तैनाती की गई है।

चुनाव में विजयश्री के लिए करा रहे पूजन-अनुष्ठान

बिहार के विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों व नेताओं को जिताने के लिए वहां के पुरोहित इस समय मां विंध्‍यवासिनी के शरण में हैं। चुुनाव में जीत के लिए विजयश्री एवं शत्रुनाश के मंत्रों के उच्चारण के साथ हवन-अनुष्ठान करवाए जा रहे हैं।

विंध्य दरबार को आज से 50 अतिरिक्त बसें

शारदीय नवरात्र के उपलक्ष्य में मां विंध्यवासिनी के दर्शन की राह और आसान होगी। नवरात्र को देखते हुए उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ने वाराणसी परिक्षेत्र से विंध्याचल (मिर्जापुर) के लिए 50 अतिरिक्त बसों का प्रबंध किया है। यह बसे विंध्याचल और जौनपुर मार्ग पर चलेंगी। क्षेत्रीय प्रबंधक एसके राय ने बताया कि ङ्क्षवध्याचल में दर्शन के लिए भीड़ को देखते हुए 25 और जौनपुर के लिए भी 25 बसें चलाई गई है। अगर भीड़ बढ़ेगी तो और बसें भी बढ़ाई जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.