वाराणसी नगर निगम शहरी सीमा में शामिल गांवों में बनेगा सीवेज सिस्टम, जोड़े जाएंगे गांव के प्राकृतिक नाले
वाराणसी नगर विस्तार के तहत शामिल गांवों के विकास का आधार नगर निगम तैयार कर रहा है। पहले मूलभूत सुविधाओं को विकसित करने की योजना है।
वाराणसी, जेएनएन। नगर विस्तार के तहत शामिल गांवों के विकास का आधार नगर निगम तैयार कर रहा है। पहले मूलभूत सुविधाओं को विकसित करने की योजना है। इसमें सर्वप्रथम सीवेज सिस्टम को विकसित किया जाएगा ताकि गांव का मलजल ड्रेनेज के माध्यम से नदी, कुंड व तालाब में न जाए। इसके लिए जल निगम की गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई को जिम्मेदारी दी जाएगी।
इसके लिए दीनापुर में 140 एमएलडी, गोइठहां में 120 एमएलडी क्षमता का एसटीपी बन चुका है जबकि 50 एमएलडी का एसटीपी रमना में निर्माणाधीन है। अपर नगर आयुक्त देवीदयाल वर्मा ने बताया कि इन प्लांटों से शहरी सीमा में शामिल गांवों के सीवेज सिस्टम को जोड़ा जाएगा। वहीं, ग्रामीण पेयजल योजना को शहरी योजना में समायोजित किया जाएगा। जल-भराव से बस्तियों को निजात दिलाने के लिए ड्रेनेज सिस्टम तैयार होंगे जिससे गांवों से गुजरे प्राकृतिक नालों को जोड़ा जाएगा। अपर नगर आयुक्त ने बताया कि जिला व ग्राम पंचायतों से जब पत्रावलियां मिल जाएंगी तो राजस्व के साथ विकास कार्यों को तेज गति दी जाएगी।
इन गांवों को किया जाएगा शामिल
पूरब दिशा के शामिल गांव
संदहा, हिरामनपुर, रूस्तमपुर, तिलमापुर, आशापुर, लेढ़ूपुर, रसूलपुर, रघुनाथपुर, दीनापुर, सलारपुर, खालिसपुर, कोटवां, सरांयमोहाना, डोमरी, सुजाबाद।
पश्चिम दिशा में शामिल गांव
जलालीपट्टी, पहाड़ी, गनेशपुर, कंचनपुर, भिखारीपुर कला, चुरामनपुर, मड़ौली, ककरमत्ता, भिखारीपुर खुर्द, चांदपुर आंशिक, महेशपुर, शिवदासपुर, तुलसीपुर, मंडुवाडीह, लहरतारा, फुलवरिया, बड़ागांव अव्वल, नाथूपुर।
उत्तर में शामिल गांव
तरना, गनेशपुर, हटिया, छतरीपुर, चुप्पेपुर, होलापुर, परमानंदपुर, लोढ़ान, बांसदेवपुर, अहमदपुर, हरिहरपुर, सरसवां, कानूडीह, दांदूपुर, हरबल्लभपुर, बनवारीपुर, लमही, मढ़वा, रसूलपुर, सोयेपुर, हासिमपुर, रमदत्तपुर, गोइठहां, रजनहिया, हृदयपुर, हसनपुर, सिंहपुर, मुगदरपुर, खजुही, फरीदपुर, बकसड़ा, खरगपुर, मझमिठियां।
दक्षिण दिशा में शामिल गांव
भगवानपुर, आंशिक डाफी, छित्तूपुरा, सूसुवाही, चितईपुर, अखिलेशपुर, करौंदी, सीरगोवर्धन, नासिरपुर, नुआंव, कंदवा, पोंगलपुर।