मोबाइल एप से पेपरलेस होगी सातवीं आर्थिक गणना, संचालकों को मिला गणना का प्रशिक्षण
देश भर में पहली बार पेपरलेस सातवीं आर्थिक गणना जून माह में मोबाइल एप के माध्यम से शुरू होगी।
मीरजापुर, जेएनएन। देश भर में पहली बार पेपरलेस सातवीं आर्थिक गणना जून माह में मोबाइल एप के माध्यम से शुरू होगी। केंद्रीय सांख्यिकी मंत्रालय ने इस बार आर्थिक गणना का कामन सर्विस सेंटर सीएससी एसपीवी को सौंपा है। गणना 809 ग्राम पंचायतों में 200 सीएससी केंद्रों के माध्यम से कामन सर्विस सेंटर के सुपरवाइजरों द्वारा किया जाएगा। सीएससी से 5 से 10 गणनाकार लगाए जाएंगे। वरिष्ठ सांख्यिकी अधिकारी अनिल कुमार ने संचालकों को प्रशिक्षण दिया।
उन्होंने बताया कि पूर्व में आर्थिक गणना का कार्य सरकारी कर्मचारियों द्वारा मैन्युअल किया जाता था, लेकिन इस बार केंद सरकार ने सीएससी को सौंपा है। गणना पूर्णतया आनलाइन और जियो टेग आधारित होगा, आगामी तीन से चार माह में पूरा करना है। गणना का पूरा डाटा पूर्णतया गोपनीय है। जिला प्रबंधक रमेंद्र शुक्ला ने बताया कि गणना का मुख्य ध्येय सही आर्थिक आंकड़े जुटाना है, जिससे सरकार जमीनी स्तर पर आर्थिक और सामाजिक स्थिति की जानकारी हा सके। सरकार उसी अनुरुप देश की भविष्य की योजनाएं तैयार करेगी। घर-घर जाकर प्रत्येक परिवारों का आर्थिक सर्वे करेंगे। सर्वे में परिवार के मुखिया का नाम, कुल सदस्य, व्यवसाय तथा सभी स्रोतों से प्राप्त अनुमानित पारिवारिक आमदनी का ब्योरा लिया जायेगा । देश में पहली आर्थिक गणना 1977 में हुई थी । छठी आर्थिक गणना गणना वर्ष 2013-14 में किया गया था।
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