वाराणसी में डीआरडीओ के अस्थायी कोविड हास्पिटल में शनिवार से मिलने लगेंगी सेवाएं, बीएचयू के एम्फीथिएटर ग्राउंड में 250 बेड का आइसीयू वार्ड
बीएचयू के एम्फीथिएटर ग्राउंड में डीआरडीओ (डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट आर्गनाइजेशन) की ओर से बन रहे अस्थाई कोविड हास्पिटल में 250 बेड का आइसीयू वार्ड शनिवार आठ मई से शुरू हो सकता है। आइसीयू वार्ड में लगे अत्याधुनिक उपकरणों का परीक्षण शुक्रवार तक चलेगा।
वाराणसी, जेएनएन। बीएचयू के एम्फीथिएटर ग्राउंड में डीआरडीओ (डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट आर्गनाइजेशन) की ओर से बन रहे अस्थाई कोविड हास्पिटल में 250 बेड का आइसीयू वार्ड शनिवार, आठ मई से शुरू हो सकता है। उपकरणों की जांच परख का काम पूरा होने के बाद शुक्रवार को बीएचयू में ही डीआरडीओ एवं प्रशासनिक अधिकारियों के बीच हाई लेवल मीटिंग होगी, जिसमें हास्पिटल शुरू करने को लेकर निर्णय जाएगा।
आइसीयू वार्ड में लगे अत्याधुनिक उपकरणों का परीक्षण शुक्रवार तक चलेगा। वहीं 40 केएलपीएम क्षमता के आक्सीजन प्लांट के लिए लिक्विड आक्सीजन लेकर जमशेदपुर से चला टैंकर सुबह तक पहुंचने की संभावना है। इसके बाद प्लांट शुरू कर दिया जाएगा। वहीं उपकरणों का परीक्षण करने के बाद शाम को होने वाली हाई लेवल मीटिंग में रिपोर्ट रखी जाएगी। तैयारियों का खाका खींचने के बाद शहर को तात्कालिक लाभ देने के क्रम में आइसीयू वार्ड शुरू करने को लेकर निर्णय लिया जाएगा। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. एनपी सिंह के मुताबिक हास्पिटल कब से शुरू होना है, इसका निर्णय सात मई को होने वाली उच्च स्तरीय बैठक में लिया जाएगा। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि शनिवार या रविवार को औपचारिक उद्धाटन के बाद इसे काशी की जनता को समर्पित कर दिया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक अपने संसदीय क्षेत्र में इसका वर्चुअल माध्यम से शुभारंभ कर प्रधानमंत्री मोदी कोविड से जंग की तैयारियों पर सवाल उठाने वाले विपक्ष को करारा जवाब दे सकते हैं। उधर मंत्री रविन्द्र जायसवाल व डॉ. नीलकंठ तिवारी, विधान परिषद के उपनेता लक्ष्मण आचार्य, काशी क्षेत्र मीडिया प्रभारी नवरतन राठी आदि ने अस्थायी कोविड अस्पताल का निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लिया।
एलबीएस अस्पताल के जर्जर टीबी वार्ड में बन रहा कोविड सेंटर
रामनगर, लालबहादुर शास्त्री राजकीय अस्पताल में बनाए जा रहे कोविड सेंटर को लेकर सवाल उठाए जाने लगे हैं। इसे अस्पताल के टीबी सेंटर में आकार दिया जा रहा है। खास यह कि अस्पताल प्रशासन ने पूर्व में ही इस वार्ड के जर्जर होने का हवाला देते हुए ध्वस्तीकरण का आग्रह किया था। इसके लिए प्रस्ताव भी जिला प्रशासन को भेजा जा चुका है। इसमें छत के प्लास्टर अक्सर गिरने और इससे मरीजों को खतरे की ओर ध्यान दिलाया गया था। इसके बाद भी हाल ही में जब कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने की बात उठी तो स्थानीय विधायक व एमएलसी के आग्रह पर कोविड सेंटर की तैयारी शुरू कर दी गई। इसका शनिवार से संचालन किया जाना है। हालांकि लोग डरे हुए हैं कि भगवान कोरोना संक्रमण से बचाए, इस सेंटर में न जाना पड़े। इस संबंध में हास्पिटल के सीएमएस डा. एके उपाध्याय ने कहा कि टीबी वार्ड काफी पुराना है। अक्सर छत से टूट कर प्लास्टर गिरते रहते हैं। बिल्डिंग के ध्वस्तीकरण के लिए विभाग सहित जिला प्रशासन को प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है। कोविड सेंटर बनाने की बात सामने आने के बाद भी अधिकारियों को इससे अवगत कराया गया है।